उज्जैन। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) जिले सहित प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की राह देख रहे लोगों को अभी भी मायूसी हाथ लगी है. मानसून (Monsoon) के बादल तो रोजाना दिखाई देते है, लेकिन बरसना भूल जाते है. बस बादलों को बरसने की याद दिलाने के लिए उज्जैन के पास खाचरोद तहसील के गांव सण्डावदा में ग्रामीणों ने मिलकर गांव के पटेल को गधे पर बैठाकर गांव में घुमाया. फिर शमशान ले जाकर पूजन पाठ किया. इसके बाद शाम को बारिश शुरू हो गई तो ग्रामीणों ने मान लिया की बारिश गधे के टोटके से ही हुई है. और अब ग्रामीण बारिश शुरू होने से खुश है. आपको बता दें कि बारिश कुछ देर के लिए ही हुई थी, लेकिन फिर भी ग्रामीण इसे टोटके का ही फल मान रहे है.
प्रदेश में मानसून (monsoon) की बेरुखी ने किसानों के साथ-साथ आमलोगों की भी चिंता बढ़ा दी है. जुलाई के दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी मानसूनी बारिश शुरू नहीं हो सकी. अब बारिश के लिए लोग तरह-तरह के टोटके करते नजर आ रहे है. ऐसा ही एक टोटका खाचरोद के ग्रामीण इलाको में हुआ और कुछ देर बाद ही बारिश शुरू हो गयी. इसके बाद किसान इसे टोटके का असर मान रहे है.
फसल के बाद नहीं हुई बारिश
दरअसल, उज्जैन (Ujjain) के ग्राम सण्डावदा में सोयबीन की फसल लगाने कर 20 दिन से ज्यादा का समय बीत गया. लेकिन उसके बाद अभी तक बारिश नहीं हुई. बारिश की देरी ने किसानों को चिंता में डाल दिया. फिर अच्छी बारिश की कामना को लेकर टोटके शुरू हो गए. ग्रामीणों ने गांव के ही सरपंच रेखा बायीं के पति रायसिंह चंद्रवंशी को गधे पर बैठाकर पहले तो गांव में घुमाया. फिर शमशान ले गए. इस दौरान न सिर्फ पुरुष बल्कि महिला और बच्चे भी इस टोटके में शामिल थे.
टोटके के बाद बारिश से किसांन खुश
कई किसानों ने बोनी का कार्य पहले ही शुरू कर दिया. लेकिन बारिश नहीं होने से फसले मुरझाने लगे. बारिश की कामना को लेकर ग्राम सण्डावदा में पटेल और सरपंच को गधे पर बैठाकर कर घुमाया गया. माना जाता है कि गांव के मुखिया पटेल को गधे पर बैठाने से अच्छी बारिश होती है. ग्रामीणों ने बताया कि परंपरा के अनुसार गधे पर बैठा कर घुमाने से अच्छी बारिश होती है. हालांकि ये सिर्फ ग्रामीणों की मान्यता है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved