चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) में कांग्रेस पार्टी (Congress) की कलह पर विराम लगने की संभावनाओं के बीच सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) ने प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) से मुलाकात की है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद सिंह ने किशोर के साथ बैठक की.
दोनों की इस बैठक के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. बीते महीने संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के दौरान किशोर पंजाब आए थे. इस दौरान भी उनकी कैप्टन से मुलाकात हुई थी. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्स्प्रेस के अनुसार सूत्रों ने कहा कि किशोर इस बात पर अडिग हैं कि वह अब किसी नेता के लिए रणनीति बनाने का काम नहीं करेंगे.
रिपोर्ट के अनुसार किशोर के एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘अगर वह मुख्यमंत्री से मिले हैं तो क्या होगा ? सीएम उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते हैं. वह मिलना चाहते थे और किशोर दिल्ली में थे. इसलिए, वह उनसे मिले.’ सूत्र ने कहा ‘किशोर ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की है कि उन्होंने यह काम छोड़ दिया है. वह अब भी अपनी बात पर दृढ़ हैं.’ बता दें कई विधायक इस बात के विरोध में हैं कि किशोर को पार्टी की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी दी जाए. हालांकि सीएम का खेमा यह चाहता है कि किशोर, अमरिंदर के साथ काम करें.
सिद्धू से मिल रही चुनौती मायने नहीं रखती
पार्टी के एक नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा ‘किशोर परसेप्शन यानी धारणा बनाने के खेल में माहिर हैं. वह अगर सीएम के साथ दिखते हैं तो यह संदेश जाएगा कि मुख्यमंत्री की स्थिति मजबूत है और उनके लिए सिद्धू से मिल रही चुनौती मायने नहीं रखती.’
अखबार के अनुसार सूत्रों ने कहा कि किशोर पंजाब में नेताओं को फोन कर रहे हैं, जिसमें उनका दावा है कि पंजाब कांग्रेस की स्थिति बहुत भ्रमित करने वाली है और वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि क्या किया जाए. एक नेता ने कहा, ‘वह कई मंत्रियों को फोन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है और वह राज्य के चुनाव में रणनीति पर काम नहीं करेंगे.’
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