देवास। देवास जिले के नेमावर में हुए 5 लोगों के जघन्य हत्याकांड (Nemavar Murder Case) का मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है. मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. एक के बाद एक कई संगठन और राजनीतिक दल अब मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाने (justice for families) के लिए सड़क परउतर रहे है. इस कड़ी में रविवार नेमावर (Nemavar) में आदिवासी संगठन जयस से जुड़े कार्यकर्ता आसपास के कई जिलों से आकर हजारों की तादात में जमा हुए.
दरअसल उन्होंने इस घटना को बर्बर हत्याकांड करार देते हुए पुलिस प्रशासन और शासन की कार्यवाही पर कई सवाल खड़े कर दिए है. जयस ने पुलिस प्रशासन पर मामले में लीपापोती का गम्भीर आरोप मढ़ते हुए मांग की है कि पूरे मामले की CBI से जांच कराई जाए. साथ ही मृतकों के परिजनों को दो करोड़ मुआवजा ,शासकीय नौकरी देने की मांग रखी है.
मुख्य आरोपित के भाई की आज रिमांड होगी खत्म
वहीं मामले में शनिवार को मुख्य आरोपित सुरेंद्र सहित तीन को देवास कोर्ट में पेश किया गया था. जहां से सुरेंद्र और एक अन्य को जेल भेज दिया गया. आरोपित राकेश और सुरेंद्र के भाई वीरेंद्र को सोमवार शाम चार बजे तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया था. दोनों आरोपितों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा.
ये है मामला
13 मई को नेमवार में सुरेंद्र राजपूत ने अपने दोस्तों की मदद से आदिवासी परिवार के 5 सदस्यों की हत्या करके अपने खेत में दफना दिया था. डेढ़ महीने बाद पांचों के शव पुलिस ने 8 फीट की खुदाई करके बाहर निकाला था. हत्याकांड की मुख्य वजह आदिवासी परिवार की बेटी रूपाली को सुरेंद्र के शादी में रोड़ा बनना था.
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