भोपाल। प्रदेश सरकार (State Government) का दावा है कि कोरोना (Corona) की तीसरी लहर से निपटने के लिए दवा (Medicine), ऑक्सीजन (Oxygen), बेड (Bed) आदि की पूरी तैयारी है। नि: शुल्क होम किट्स (Free Home Kits) के लिए सभी दवाइयाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) लगभग एक लाख हैं। एम्फोटेरेसिन-बी (Amphoteresin-B), टोसीजोमान इंजेक्शन (Tosizoman Injection) के लिए रेट कान्टेक्ट किया जा रहा है। सभी दवाओं की मेडिकल कॉलेज तथा जिलावार उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। 2डी ऑक्सीडी दवा (2D oxidizing drug) की भी व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश के सभी 11 हजार उप स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड मेडिकल किट (Covid Medical Kit) के डिपो स्थापित किए गए हैं।
68 हजार बेड्स की उपलब्धता
प्रदेश में कोरोना के इलाज के लिए कुल 68 हजार 22 बिस्तर चिन्हांकित हैं, जिनमें 54 हजार 130 शासकीय तथा 13 हजार 892 निजी अस्पतालों में हैं। इनके अंतर्गत 4 हजार बिस्तर प्रायवेट मेडिकल कॉलेजेस में चिन्हांकित किए गए हैं। आयुष्मान योजना अंतर्गत शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में कुल 31 हजार 11 बिस्तर चिन्हांकित हैं।
1002 एम्बुलेंस तैयार
कोरोना से निपटने के लिए 1002 एम्बुलेंस इस कार्य के लिए चिन्हांकित की गई हैं, जिनमें 167 ए.एल.एस. (एडवांस लाइफ सपोर्ट) तथा 835 बी.ए.एस. (बेसिक लाइफ सपोर्ट) एम्बुलेंस हैं।
170 पी.एस.ए प्लांट स्थापित होंगे
प्रदेश में 170 पी.एस.ए प्लांट स्थापित होंगे, जिनकी कुल क्षमता 200 मीट्रिक टन है। इनमें से 21 पीएसए प्लांट लग गए हैं तथा शेष सितम्बर माह तक स्थापित हो जाएंगे। 78 जिला अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कुल 78 पी.एस.ए प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। चिकित्सा महाविद्यालयों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की क्षमता में 121 मीट्रिक टन की वृद्धि की जा रही है। जिला अस्पतालों में 11 हजार 184 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स बनाए गए हैं, 3063 नवीन ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स बनाए जा रहे हैं। साथ ही चिकित्सा महाविद्यालयों में 751 ऑक्सीजन बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं।
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