भोपाल। टि्वटर (Twitter) को लेकर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में राजनीतिक लड़ाई शुरू हो गई है। यहां टि्वटर के फॉलोवर्स (Twitter followers) की संख्या पर भजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगाकर उनके फॉलोवर्स को फेक (Fake) बता रही है. भाजपा की ओर से कहा गया है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) इस बात से खुश है कि उनके फॉलोवर्स भाजपा के ट्विटर अकाउंट से अधिक हैं, लेकिन हकीकत में कांग्रेस के लगभग 48% फॉलोवर्स फर्जी है. इसमें ज्यादातर फॉलोवर्स ने जिंदगी में कभी भी ट्वीट नहीं किये और हज़ारों एकाउंट तो ऐसे हैं जिनके 0 फॉलोवर्स हैं. इसके जवाब में कांग्रेस ने कहा कि खिसियानी बिल्ली, खंभा नोचे. मध्य प्रदेश बीजेपी (Madhya Pradesh BJP) की सोशल मीडिया टीम का यही हाल है. बीजेपी और आएसएस के बहुत से ट्विटर हैंडल को ट्विटर ही फेक बता चुका है.
भाजपा ने कांग्रेस लगाए यह आरोप
मध्य प्रदेश भाजपा की ओर से कहा गया है कि अगस्त 2019 में जिस कांग्रेस के मात्र 3 लाख फॉलोवर्स होते थे. वो मात्र 15 महीने में 9 लाख पहुंच गए. 6 लाख फॉलोवर्स 15 महीने में तो अमेरिका के राष्ट्रपति के भी नहीं बढ़े, मतलब दाल में कुछ काला है. भाजपा की ओर से कहा गया कि कांग्रेस के फर्जी फॉलोअर्स में ज्यादा संख्या मुस्लिम नाम से हैं जो कि पाकिस्तान और अरब देशों से जुड़े हुए हैं. कांग्रेस की पोस्ट पर अधिकतर इन्ही एकाउंट से रिट्वीट होते हैं. यह भी गंभीरता से सोचने वाला मामला है.
भाजपा का आरोप है कि @INCMP के कुल फर्जी फॉलोवर्स की संख्या 4,38,721 (47.8% of total) है. हज़ारों की संख्या ऐसे अकाउंट की है जिनके फॉलोवर 0 से 5 के बीच में हैं. कांग्रेस का बस चले तो इलेक्शन कमीशन को ही हटा दे और सिर्फ फॉलोवर्स की संख्या पर ही उम्मीदवार को विजय घोषित कर दे. कांग्रेस झूठे भ्रम में जी रही है. अगर फॉलोवर्स की संख्या से सरकार बनती तो कांग्रेस की 28 उपचुनाव में यह दुर्दशा नहीं होती.
कांग्रेस का पलटवार
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भी भाजपा के कई ट्विटर फॉलोअर को फर्जी बता दिया. कांग्रेस ने कहा कि भाजपा बाताए कि क्या नरेंद्र मोदी के 4.5 करोड़, अमित शाह के 1.4 करोड़ और शिवराज के 40 लाख फॉलोअर फर्जी हैं? या फिर बीजेपी वालों को फेकफोबिया हो गया है. कांग्रेस ने कहा कि खिसियानी बिल्ली, खंभा नोच रही है. मध्य प्रदेश बीजेपी की सोशल मीडिया टीम का यही हाल है. यह माना कि बीजेपी और आएसएस के बहुत से ट्विटर हैंडल को ट्विटर फेक बता चुका है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सहित कई आरएसएस नेताओं के हैंडल इसीलिए ब्लॉक किये गए थे. झूठी खबरें पोस्ट करने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता रमन सिंह और प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्विटर हैंडल पर झूठ प्रचारक का टैग ट्विटर चिपका चुका है. यही नहीं मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद का ट्विटर हैंडल भी कॉपीराइट उल्लंघन के लिए ब्लॉक किया जा चुका है. लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं कि सबको अपना जैसा ही समझने लगे.
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