वाशिंगटन। अति रुढ़िवादी यहूदी (हसीदिक) समुदाय (Jewish community) में महिलाओं का पूरा जीवन घर-बच्चे संभालने व सख्त धार्मिक परंपराओं का पालन करने में बीतता है। लेकिन अमेरिका (America) में दस बच्चों की एक हसीदिक मां (Hasidic mother) तमाम बंधनों की चुनौती पार कर डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने में कामयाब रही हैं। अब वह समुदाय के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
न्यूयॉर्क की एलेक्जेंड्रा फ्रीडमैन(Alexandra Friedman) भी अन्य महिलाओं की तरह जीवन यापन कर रही थीं। लेकिन अब उनका नाम इतिहास में डॉक्टर बनने वाली चुनिंदा हसीदिक महिला डॉक्टरों की फेहरिस्त में शुमार हो गया है। एलेक्जेंड्रा ने डॉक्टर बनने का सोचा तो दोस्तों तक निसंदेह जताया। पर उन्होंने ठान लिया और बीते चार वर्षों में कठिन अकादमी और पारिवारिक धार्मिक जरूरतों को एक साथ निभाया। 8 महीने के बेटे से 21 साल की बेटी की मां हैं एलेक्जेंड्रा के बारे में यहूदी ऑर्थोडॉक्स वूमेंस मेडिकल एसोसिएशन (Jewish Orthodox Women’s Medical Association) की अध्यक्ष डॉ मरियम ए नोल का कहना है जटिल रुढ़िवादी पृष्ठ भूमि से सामंजस्य बिठाते हुए इतना बड़ा लक्ष्य पाना मजबूत इरादे और प्रतिबद्धता की निशानी है। एलेक्जेंड्रा से यहूदी महिलाओं को काफी फायदा हुआ है। वह अपने स्वास्थ्य मसलों पर उनसे खुलकर बात कर पा रही हैं। कोरोना काल में उन्होंने रुढ़िवादी लोगों को जागरुक करने में अहम भूमिका निभाई।