भोपाल । प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध के हर माह औसतन 700 से अधिक प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं। प्रदेश में महिलाओं के अपहरण, छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामलों पर अंकुश नहीं लगाय जा सका है। इस वर्ष जनवरी से अप्रैल के बीच महिला अपराधों के आंकड़ों में अपहरण, छेड़छाड़ और दुष्कर्म के प्रकरणों की संख्या काफी अधिक है।
भोपाल (Bhopal) और इंदौर (Indore) रेंज के अंतर्गत आने वाले शहरों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की संख्या सबसे अधिक है। सामान्य अपराध जैसे घरेलू हिंसा के मामलों में केस दर्ज होने का औसत भी करीब एक हजार है। भोपाल और इंदौर रेंज के तहत आने वाले शहरों में गंभीर अपराधों की संख्या सबसे अधिक है। चार माह के दौरान हत्या, हत्या के प्रयास जैसे मामले कम रहे हैं।
इंदौर रेंज में धार, इंदौर, झाबुआ और आलीराजपुर तो भोपाल रेंज में भोपाल, राजगढ़, सीहोर और विदिशा शहर आते हैं। अधिकारियों का कहना है कि महिला अपराधों के लिए ऊर्जा डेस्क, महिला थानों में विशेष व्यवस्था के चलते सुनवाई के अवसर महिलाओं के लिए अधिक हुए हैं। ऐसे में छोटी घटनाओं के प्रकरण (case) भी दर्ज किए जा रहे हैं। इससे प्रकरणों की संख्या अधिक हो रही है।
अपहरण (Abduction) की अधिकांश वारदातें प्रेम प्रसंग से जुड़ी रहती हैं। प्रकरण दर्ज होने के बाद कुछ माह बाद ये लौट आते हैं या परिवार इन्हें स्वीकार कर लेता है।हालांकि अप्रैल माह में बीते तीन माह की तुलना में छेड़छाड़, अपहरण और दुष्कर्म (rape) के मामले कम रहे हैं। इस माह में छेड़छाड़ के 578, अपहरण के 666 और दुष्कर्म के 403 प्रकरण दर्ज किए गए।
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