जम्मू। जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुवाई में होने वाली मीटिंग से पहले राजनीतिक हलचल तेज़ है. गुरुवार को जम्मू में डोगरा फ्रंट की ओर से जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.
महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान के साथ बात करने की वकालत की थी. इसी के विरोध में गुरुवार सुबह डोगरा फ्रंट के लोगों ने यहां पर विरोध प्रदर्शन किया, महबूबा के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें तिहाड़ जेल में भेजने की मांग की गई.
ये प्रदर्शन तब हो रहा है, जब गुरुवार दोपहर को तीन बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर को लेकर अहम मीटिंग करने वाले हैं. इस मीटिंग में फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत जम्मू-कश्मीर के अन्य नेता शामिल होंगे.
इसके अलावा यूनाइटेड जम्मू नाम के संगठन द्वारा भी जम्मू में प्रदर्शन किया गया. ये प्रदर्शन मोदी सरकार के खिलाफ किया गया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर को लेकर बैठक में गुपकार संगठन को बुलाने और जम्मू क्षेत्र के संगठन को ना बुलाने का विरोध किया गया है.
भीम सिंह ने भी किया महबूबा का विरोध
पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह ने पीएम मोदी के साथ होने वाली मीटिंग से पहले कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी बात रखेंगे और यह कहेंगे कि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले. साथ ही विधानसभा चुनाव भी कराया जाना चाहिए. भीम सिंह ने कहा कि महबूबा मुफ्ती अपनी राजनीति बचाने के लिए पाकिस्तान का नाम लेती हैं, हम उनको तवज्जो नहीं देते हैं.
बता दें कि बीते दिनों जब श्रीनगर में गुपकार ग्रुप की मीटिंग हुई थी, तब उसके बाद महबूबा मुफ्ती ने मीडिया से बात की थी. तभी महबूबा ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के मसले पर सरकार को हर किसी से बात करनी चाहिए, पाकिस्तान (Pakistan) से भी बात करनी चाहिए.
हालांकि, बाद में जब महबूबा मुफ्ती दिल्ली (Delhi) के लिए रवाना हुईं. तब उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री संग बात करने के लिए जा रहे हैं, ऐसे में खुले मन के साथ ही चर्चा करेंगे. बता दें कि गुपकार ग्रुप के नेताओं ने मीटिंग में अनुच्छेद 370, 35 ए समेत अन्य मसलों को उठाने की बात कही थी.
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