इंदौर। मानसून के सक्रिय होते ही अलग-अलग टुकड़ों में पानी बरस रहा है। पांच से दस किमी के बीच की बारिश में बड़ा अंतर आ रहा है। कहीं तरबतर तो कहीं धूल उड़ रही है। इसका कारण है कि हवा की रफ्तार मौसम के अनुकूल नहीं होने से कम दबाव का क्षेत्र एक साथ नहीं बन रहा और सभी दूर पानी टुकड़ों में बरस रहा है।
मालवा-निमाड़ में मानसून की सक्रियता बनी हुई है, लेकिन बादल चहुंओर एक साथ बरसने का मन नहीं बना पा रहे हैं। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएल कपाडिय़ा ने बताया कि इस समय दक्षिण-पश्चिम हवाओं की रफ्तार मानसून के अनुकूल नहीं है, जिसके कारण छोटे-छोटे टुकड़ों में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है और वहीं तक वह सीमित है। इसी कारण एक साथ बड़े क्षेेत्रों में बारिश नहीं हो रही है। फिलहाल जोरदार बारिश की संभावनाएं भी कम ही बन रही हैं, लेकिन मानसून के सक्रिय होने और टुकड़ों में हो रही बारिश के कारण मौसम सुहाना हो गया है। आसमान में तीन-चार दिन बादल बने रहेंगे और ऐसी ही बारिश जारी रहेगी। मानसून के सक्रिय होने के साथ आसमान में बादल छाए हुए हैं, जिससे मौसम सुहाना हो रहा है। लोगों को उमस से राहत भी मिली है। तापमान में भी गिरावट जारी है। दिन का तापमान 29 डिग्री के करीब आ गया है तो रात का तापमान भी 22 डिग्री तक पहुंच रहा है। बारिश की बात करें तो इंदौर शहर के पूर्वी क्षेत्र में 256.90 मिमी और पश्चिम क्षेत्र में 44.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बारिश के मौसम में किसान बोवनी के लिए भी सक्रिय हो गए हैं। जहां-जहां पानी गिर गया है, वहां-वहां बोवनी हो गई है या किसान बोवनी की तैयारी में हैं। जहां अभी तक बादल नहीं बरसे, वहां पर किसानों का इंतजार बरकरार है। किसान दिलीपसिंह लसूडिय़ा , बबलू जाधव ने बताया कि सांवेर के मुरादपुरा, बालोदाटाकून, बघाना, पाडल्या, लसूडिय़ा, माता बड़ोली, देपालपुर, गौतमपुरा, सांवेर, सगड़ोद, बसोड़ा, आगरा आदि क्षेत्रों में किसानों ने बोवनी कर दी है। किसान महेंद्रसिंह ने बताया कि मुंडलाबाग, सुल्लाखेड़ी, पानोड़, बल्याखेड़ी, छोटी कदवाली आदि गांव में भी किसानों ने बोवनी कर दी है।
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