उज्जैन। देशभर में कोरोना महामारी के बाद कोरोना (corona)के ही अलग-अलग वेरिएंट (Variants) ने अपनी जगह बनान शुरू कर दी है. जिसमें से एक सबसे घातक डेल्टा वेरिएंट (Delta Variants) के नाम से फैले वायरस (virus) ने देश भर में अब तक 35 लोगों को संक्रमित कर चुका है. महाकाल की नगरी उज्जैन में भी डेल्टा वेरिएंट के दो मरीजों की पुष्टि आज जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने की है.
दरअसल उन्होंने कहा कि मई माह में जब कोरोना अपने चरम पर था, तब उज्जैन में दो मरीजों में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट (Delta Plus variant) मिले थे. आमजन से उन्होंने अपील की इसे हल्के में ना ले.
वैक्सीन से बच गया
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने यह भी बताया कि दोनों संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री (contact history) निकाली गई है. इसपर नोडल अधिकारी डॉ रौनक ने बताया कि 17 मई को संक्रमित आये मरीज में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिला था, जिसके मात्र 6 दिन बाद उस मरीज की मौत हो गयी. वहीं 18 मई को भी डेल्टा प्लस वेरिएंट वाला एक अन्य मरीज मिला लेकिन वो ठीक होकर घर पर जा चुका है. बड़ी बात ये की मरने वाले मरीज ने वैक्सीन (Vaccine) नहीं लगवाया था, जबकि जो मरीज स्वस्थ हुआ वो वैक्सीन लगवा चुका था. इसलिए वैक्सीन बहुत जरुरी है और आने वाले नए वेरिएंट (Variants) में भी ये वैक्सीन कारगर है.
मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा
उज्जैन (Ujjain) में महाकाल मंदिर 28 जून से खुलने जा रहा है. जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु अलग अलग राज्यों से दर्शन करने उज्जैन आएंगे. इसको लेकर उज्जैन कलेक्टर ने साफ़ कर दिया है कि डेल्टा वेरिएंट के लिए अलग से गाइड लाइन (guide line) जारी नहीं की है, लेकिन बिना वैक्सीन सर्टिफिकेट (Vaccine Certificate) या 24 घण्टे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट (corona negative report) वाले श्रद्धालु को ही मंदिर में प्रवेश मिल पायेगा.
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