ट्वेंटी इन वन वैक्सीन निर्माण भी जल्द संभव… दुनिया में अभी कोरोना की 9 तरह की वैक्सीन हो रही हंै इस्तेमाल
इंदौर। देश और दुनिया के वैज्ञानिक (scientist) कोरोना वायरस (corona virus) के चलते अब भविष्य में इसी तरह की बीमारियों की रोकथाम के प्रयासों में जुटे हैं। इस तरह की वैक्सीन भी जल्द ईजाद की जा सकती है, जो 20 तरह की बीमारियों की रोकथाम में सक्षम साबित हो। देश के वैज्ञानिक (scientist) भी इस तरह की वैक्सीन जल्द बना सकते हैं, क्योंकि कोरोना वायरस की वैक्सीन भी भारत ने जल्द ही बना ली, जो कि कोवैक्सीन (Covacine) के नाम से लगाई जा रही है और विदेशी वैक्सीनों की तुलना में प्रभावी साबित हुई है।
कोरोना वायरस (corona virus) के लगातार म्यूटेंट होने और अब डेल्टा प्लस वेरिएंट का भी खतरा बताया जा रहा है, मगर इसमें भी कोवैक्सीन सहित अन्य उपलब्ध वैक्सीन असरदार बताई जा रही हैं। देश में चल रहे वैक्सीनेशन से जुड़े जाने-माने विशेषज्ञ और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सेफ्टीनेट ग्रुप के सदस्य रह चुके डॉ. विपिन वशिष्ठ (Dr. Vipin Vashist) का कहना है कि आने वाले समय में ऐसी महामारी की रोकथाम हेतु ट्वेंटी इन वन वैक्सीन यानी 20 बीमारियों को एक ही वैक्सीन से रोके जाने वाले टीके का निर्माण भी संभव है। यह यूनिवर्सल वैक्सीन (universal vaccine) भारत के वैज्ञानिक भी बना सकते हैं और इसके प्रयास शुरू भी हो गए हैं। दरअसल कोरोना वायरस (corona virus) ने दुनियाभर के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों को चौंकाया और अब भविष्य में भी इस तरह के वायरस घातक साबित हो सकते हैं। लिहाजा अब जो वैक्सीन आने वाले समय में बनेगी वह अधिक कारगर भी साबित होगी और कोरोना वायरस (corona virus) के साथ-साथ इससे जुड़ी 20 तरह की बीमारियों की रोकथाम में भी सहायक होगी। डॉ. वशिष्ठ एक दर्जन से अधिक वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर किताबें लिख चुके हैं और उनके 200 से ज्यादा मेडिकल रिसर्च पेपर भी मेडिकल जनरल में प्रकाशित हो चुके हैं।
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