हाथीपाला मुख्य मार्ग पर निगम की टीम ने पेड़ों के खतरनाक हिस्से छोड़े, कभी भी हो सकते हैं हादसे
इन्दौर।
नगर निगम उद्यान विभाग (Municipal Horticulture Department) ने शहर के खतरनाक पेड़ों की छंटाई का अभियान चलाया है और इसके तहत कल हाथीपाला ( Hathipala) और उसके आसपास के क्षेत्रों में मुख्य मागों से खतरनाक (Dangerous) पेड़ों (Trees) के हिस्सों की छंटाई की गई, लेकिन रहवासियों का आरोप है कि कई जगह खतरनाक पेड़ों के हिस्से हटाने की बजाए छोड़ दिए गए और अब वहां स्थिति पहले से ज्यादा गंभीर हो गई है, क्योंकि तेज हवा, आंधी से पेड़ों (Trees) के हिस्से सडक़ से गुजर रहे राहगीरों पर गिर सकते है।
उद्यान विभाग इस बार पेड़ों (Trees) की छंटाई के मामले में पिछड़ गया है और यह अभियान देरी से शुरू किया गया, जिसके चलते पिछले दिनों चली तेज हवा आंधी के कारण शहर में कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर पेड़ और उसके हिस्से वाहनों पर गिरे थे। करीब सौ-सवा सौ से स्थानों पर पेड़ और उसके हिस्से गिरने के कारण चार से पांच दिनों तक उद्यान विभाग की टीमें पेड़ों का कचरा हटाने में जुटी हुई थी। अब निगम द्वारा यह अभियान बड़े पैमाने पर शुरू किया गया है, ताकि तेज हवा आंधी के दौरान फिर से ऐसी स्थिति ना बने। हाथीपाला, जूनी इन्दौर, रावला क्षेत्र और आसपास के अन्य इलाकों में कल उद्यान विभाग की टीमों ने खतरनाक पेड़ों के हिस्से हटाने का काम किया था, लेकिन कई जगह पेड़ों के हिस्से पूरी तरह नहीं हटाए गए और उनका खतरा अब सडक़ किनारे बरकरार है। रहवासियों का कहना है कि सडक़ की ओर झुके पेड़ों के हिस्से के कारण किसी भी दिन कोई हादसा हो सकता है और छंटाई कर रही टीम के अधिकारियों को रहवासियों ने आग्रह भी किया, लेकिन कार्य पूरा करे बगैर टीम वहां से लौट गई। शहर के कई हिस्सों में खतरनाक पेड़ों (Trees) के कारण पूर्व में भी हादसे हो चुके हैं और निगम के अलावा बिजली विभाग की टीमें भी लाइनों के आसपास से पेड़ों के खतरनाक हिस्से हटाने में जुटी है।
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