भोपाल। सर्दी के मौसम में होने बालीं गोभी, पालक, हरी मटर, मैथी, शिमला मिर्च जैसी सब्जियों (Vegetables) का स्वाद गर्मी में भी आराम से मिल सकेगा। फल और फूल भी खरीद सकेंगे। यह होगा ग्रीन हाउस (Green House) में बेमौसम सब्जी की खेती से किसानों को बड़े ग्रीन हाउस (Green House) बनाने सरकार 60 फीसदी तक अनुदान देगी। इस तरह की सब्जियों (Vegetables) को उपयुक्त तापमान देने उपकरणों पर भी अनुदान दिया जाएगा। प्रदेश में बेमौसम सब्जी, फूलों की खेती के लिए 12 क्लस्टर बनाए जा रहे हैं। एक जिले में पांच से दस हेक्टेयर (Hectare) तक का क्लस्टर होगा। हर जिले में ग्रीन हाउस (Green House), पॉली हाउस तैयार करने लगभग 70 लाख का बजट रखा गया है। इसमें टमाटर, शिमला मिर्च, गोभी, ब्रोकलिन, बैंगन, तरबूज, खरबूज, स्ट्रॉबेरी और फूलों की खेती को शामिल किया गया है।
ये जिले शामिल
प्रदेश में बेमौसम सब्जी, फूलों की खेती के लिए भोपाल, देवास, सीहोर, इंदौर, खंडवा, शाजापुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, अलीराजपुर, शिवपुरी, बालाघाट, कटनी जिले में 12 क्लस्टर बनाए जा रहे हैं।
किसानों की होगी समिति
इन क्लस्टर में किसानों की अपनी समिति होगी। जहां से वे माल लाकर शहरों में बेच सकेंगे। समिति के माध्यम से ही सब्जी और फल के परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह आपस में मिलकर कारोबार का संचालन कर सकेंगे। इसी के चलते उद्यानिकी विभाग एक क्लस्टर में सिर्फ एक तरह की सब्जी, फल की खेती के लिए चयन करेगा।
कम लागत में ज्यादा पैदावार की कोशिश
क्लस्टर में फल-फूल, सब्जी की खेती ज्यादा से ज्यादा किसानों से कराई जाएगी। जिससे उन्हें कम लागत, कम परिवहन व्यय और कम तकनीक में ज्यादा से ज्यादा पैदावार मिल सके। किसानों को प्रशिक्षण के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। जब एक तरह की सब्जी और फल उगाने वाले किसान एक है क्षेत्र के होंगे तो उन्हें खेती करने के संबंध में प्रशिक्षण पर ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ेगा।
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