बेंगलुरू। शहरों में तो बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान चल रहा है लेकिन देश के दूरदराज के इलाकों में रहने वाले अभी भी टीके की किल्लत से जूझ रहे हैं। हालांकि, जल्द ही यह समस्या भी दूर होने वाली है क्योंकि देश के सुदूर इलाकों में रहने वाले लोगों तक जल्द ही ड्रोन के जरिए वैक्सीन(vaccine) पहुंचाई जाएगी।
बता दें कि बेंगलुरू में बेयोंड विजुअल लाइन ऑफ साइट (BVLOS) मेडिकल ड्रोन (medical drone)का ट्रायल शुरू होगा। बेंगलुरू की थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स (TAS) को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की तरफ से पिछले साल मार्च में ऑब्जेक्ट डिलीवरी ट्रायल के लिए मंजूरी मिल गई थी। हालांकि, महामारी के कारण एजेंसियों से कुछ अन्य अनुमतियों में देरी हुई।
30-45 दिन तक पहले सेट का ट्रायल
अब सभी मंजूरी हासिल करने के बाद, फर्म 18 जून से शुरू होने वाले 30-45 दिनों के लिए पहले सेट का ट्रायल करेगी। मशहूर कार्डियक सर्जन डॉ देवी शेट्टी ने इन ट्रायल का समर्थन किया है। टीएएस और नारायण हेल्थ दवा डिलिवरी के लिए पार्टनरशिप करेंगे। ट्रायल परीक्षण के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल दवां पहुंचाने के लिए किया जाएगा।
जानिए योजना के लिए यूएवी में उचित स्पेसिफिकेशन के बारे में
कंपनी के नोट के मुताबिक, ड्रोन 100 मीटर की ऊंचाई पर कम-से-कम 35 किलोमीटर की हवाई दूरी तय करने में सक्षम होना चाहिए।
इसके अलावा यह कम-से-कम 4 किलोग्राम का वजन उठाने और वापस अपने स्टेशन या केंद्र पर आने में सक्षम होना चाहिए।एचएलएल (HLL)ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि पैराशूट आधारित डिलिवरी को प्रमुखता नहीं दी जाएगी।
ड्रोन (Drone)के जरिए वैक्सीन पहुंचाने के लिए निविदाएं भी आमंत्रित
इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research)की ओर से एचएलएल इन्फ्रा टेक सर्विसेज लिमिटेड (Hll infra tech services ltd) ने शुक्रवार को इस संबंध में अनमैन्ड एरियल व्हीकल या ड्रोन (Drone) के जरिए वैक्सीन (Vaccine)पहुंचाने के लिए निविदाएं भी आमंत्रित की हैं। कंपनी ने आवेदन के लिए प्रपत्र भी जारी कर दिया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved