इंदौर। कोरोना की दूसरी लहर तो समाप्ति की ओर है, लेकिन तीसरी लहर का हल्ला देशभर में मचाया जा रहा है, जिसके चलते इंदौर में भी महिला और बच्चों के लिए विशेष उपचार की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में जहां कोरोना इलाज के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं, वहीं पीसी सेठी हॉस्पिटल में भी 160 बेड महिलाओं और जन्मजात बच्चों के लिए तैयार किए जा रहे हैं। राधास्वामी सत्संग परिसर स्थित मां अहिल्या कोविड केयर सेंटर में जो दो ऑक्सीजन प्लांट लगना थे और लॉकडाउन के चलते विलंब हो गया, अब यहां के दोनों प्लांट हॉस्पिटल में स्थायी रूप से लगवाए जा रहे हंै। एक प्लांट पीसी सेठी हॉस्पिटल में लगेगा, वहीं दूसरा प्लांट सांवेर, देपालपुर जैसे ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल में लगवाया जाएगा।
कोरोना की दूसरी लहर ने जो हमला बोला उससे जहां सभी सहम गए, वहीं अब तीसरी लहर की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। राधास्वामी सत्संग परिसर के सेंटर को भी दिसम्बर तक तो कायम रखा जाएगा। हालांकि अब यहां पर गिनती के ही मरीज बचे हैं और पोस्ट कोविड केयर सेंटर में भी ब्लैक फंगस के मरीजों की जांच की व्यवस्था की गई है। ओपीडी की तरह कुछ घंटे रखकर मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया जाता है और जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाने की आवश्यकता रहती है वहां उन्हें भर्ती करवा देते हैं। कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक कोविड केयर सेंटर लाभदायक साबित हुआ। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के भी हजारों मरीज खुशनुमा माहौल में स्वस्थ भी हुए। डोनेशन से मिले दो ऑक्सीजन प्लांट ठेकेदार समयसीमा में नहीं लगा पाया, लिहाजा अब ये प्लांट स्थायी रूप से अस्पतालों में लगवाए जा रहे हैं। एक प्लांट पीसी सेठी हॉस्पिटल में तो दूसरा देपालपुर या सांवेर के सरकारी अस्पताल में लगाया जाएगा। एमटीएच, पीसी सेठी और हुकमचंद अस्पताल में कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं और बच्चों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। 160 बेड पीसी सेठी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं और जन्मजात बच्चों के लिए रहेंगे। पीडियाट्रिक केयर के साथ-साथ सभी आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था भी यहां की जा रही है। वहीं निजी अस्पतालों को भी निर्देश दिए हैं कि वे भी तैयारी रखें।
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