गत वर्ष से 400 करोड़ ज्यादा का 5200 का बजट तैयार…200 करोड़ 4 प्रमुख सडक़ों और स्वच्छता पर होंगे खर्च
इंदौर। नगर निगम (municipal Corporation) में चुनी हुई परिषद् नहीं है और प्रशासक (Administrator) काल चल रहा है। लिहाजा बिना हो-हल्ले के ही दूसरी बार आज निगम का बजट मंजूर हो जाएगा। आयुक्त 11 बजे प्रशासक और संभागायुक्त के समक्ष निगम का 2021-22 का लगभग 5200 करोड़ का बजट पेश करेगी। गत वर्ष से 400 करोड़ अधिक का यह बजट बनाया है, जिसमें 80 करोड़ के घाटे का अनुमान है नए किसी भी कर में बढ़ोतरी नहीं की जा रही है। वहीं सम्पत्ति कर अवश्य शासन आदेश पर कलेक्टर गाइडलाइन से वसूल किया जाना है। हालांकि उसका भी अभी तक निगम के सॉफ्टवेयर में प्रावधान नहीं हो सका है। मास्टर प्लान (Master Plan) की 4 प्रमुख सडक़ों के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के लिए 200 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है।
गत वर्ष भी नगर निगम (municipal Corporation) का बजट भी इसी तरह से मंजूर हो गया था, क्योंकि निगम चुनाव नहीं हो सके और प्रशासक काल ही चल रहा है। अन्यथा उसके पहले शहर सरकार का बजट जोर-शोर से महापौर द्वारा पेश किया जाता था, जिस पर दो दिन तक आरोप-प्रत्यारोप और बहस होने के पश्चात सर्वसम्मति से निगम का यह बजट मंजूर होता था। गत वर्ष भी 4800 करोड़ का बजट प्रशासक ने मंजूर किया था और इस साल भी 5200 करोड़ का बजट आज संभागायुक्त व प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा (Dr. Pawan Kumar Sharma) मंजूर करेंगे। निगमायुक्त के रूप में पहली महिला आयुक्त प्रतिभा पाल अवश्य यह पहला बजट पेश करेगी। 11 बजे संभागायुक्त कार्यालय में बजट पेश होने के बाद उसे मंजूरी भी मिल जाएगी। लगभग 80 करोड़ के घाटे का यह बजट बनाया गया है। कोरोना के चलते नगर निगम की आमदनी पर भी असर पड़ा है और शासन से भी राशि नहीं मिल पारही है। अलबत्ता जितने भी अधूरे और पुराने प्रोजेक्ट हैं उनके लिए नए बजट में भी राशि का प्रावधान उसी अनुरूप किया गया है। वहीं कोरोना पर भी नगर निगम को बड़ी राशि खर्च करना पड़ रही है। उसके लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। वैसे तो मार्च के अंतिम हफ्ते में ही निगम यह बजट मंजूर कर देता, मगर उसके बाद अचानक कोरोना की दूसरी लहर का हमला शहर पर हो गया और बजट को आगे बढ़ाना पड़ा। अब रोजमर्रा के कामकाज में विभिन्न मदों में बजट राशि के प्रावधान के चलते आज बजट मंजूर करना पड़ रहा है। निगम सूत्रों के मुताबिक 100 करोड़ रुपए की राशि मास्टर प्लान की जो 4 प्रमुख सडक़ें बनना है उसके लिए रखी गई है और 100 करोड़ की ही राशि स्वच्छ भारत मिशन पर भी खर्च की जाएगी। वहीं विभागवार भी निगम ने पर्याप्त राशि का प्रावधान बजट में किया है।
संभागायुक्त व प्रशासक का सफल एक साल पूरा भी
निगम बजट को मंजूर करने वाले प्रशासक और संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा (Dr. Pawan Kumar Sharma) का सफल कार्यकाल कल ही पूरा हुआ है। उनके पास प्राधिकरण अध्यक्ष का भी जिम्मा है, क्योंकि निगम की तरह प्राधिकरण में अभी कोई राजनीतिक बोर्ड काबिज नहीं है। पूरे एक साल डॉ. शर्मा कोरोना की चुनौतियों का ही सामना करते रहे। ऑक्सीजन, इंजेक्शन, बेड की व्यवस्थाओं के साथ शासन की अन्य योजनाओं को भी पूरा किया गया। वहीं अन्य जिलों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लगातार भ्रमण कर कोरोना संक्रमण को रोकने में भी उनकी महती भूमिका रही।
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