मुंबई। महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने बृहस्पतिवार शाम स्पष्ट किया कि राज्य में कोविड-19 (Covid19) संबंधी पाबंदी कहीं पर भी खत्म नहीं की गयी है. इससे पहले, राज्य के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने पाबंदियों में ढील की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में एक बयान जारी कर कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील देने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इस बारे में अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है.
आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेट्टीवार ने अपनी घोषणा के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए बाद में कहा कि पाबंदियों को चरणबद्ध तरीके से हटाने को मंजूरी प्रदान कर दी गयी है, लेकिन अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. इससे पहले, मंत्री ने कहा था कि राज्य के 36 में से 18 ऐसे जिलों में अब पाबंदियों में ढील दी जाएगी, जहां संक्रमण की दर पांच प्रतिशत अथवा उससे कम है और अस्पतालों (Hospital) में ऑक्सीजन (Oxygen) की सुविधा वाले 75 प्रतिशत बिस्तर खाली हों.
मंत्री ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर यह घोषणा की थी. मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने बयान में कहा कि कोविड-19 (Covid19) महामारी पर अब तक पूरी तरह से नियंत्रण नहीं पाया जा सका है, इसलिए सरकार ने पाबंदियों में ढील देने का कोई फैसला नहीं लिया है.
बयान में कहा गया, ‘‘राज्य के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है…राज्य में पाबंदी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है.’’ राज्य सरकार ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस साल अप्रैल के महीने में लगाए गए प्रतिबंध 15 जून तक लागू रहेंगे.
सीएमओ ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग ने संक्रमण की दर और ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की उपलब्धता के आधार पर महामारी की गंभीरता के पांच स्तर तय किए हैं. पाबंदियों में ढील देने का फैसला गंभीरता के स्तर पर लिया जाएगा, जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी.
आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) भी मौजूद थे.
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