अब निगम की नींद खुली… लॉटरी के जरिए कर रहे हैं पक्के मकान आबंटित… 28 परिवारों को अभी करेंगे शिफ्ट
इंदौर। शहर के कई पुल धीमी गति से बने हैं, उनमें कुलकर्णी भट्टे (Kulkarni Bhatta) का भी नाम जुड़ गया है। साढ़े 3 साल से यह पुल नगर निगम (municipal Corporation) बना रहा है, जिसके चलते क्षेत्र का पूरा यातायात चौपट पड़ा है और लोगों को घूमकर भंडारी ब्रिज (Bhandari Bridge) जाना और आना पड़ता है। इस पुल के निर्माण में 85 बाधक मकान हैं, उन्हें हटाने और परिवारों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया निगम ने अब शुरू की है। कल लॉटरी के जरिए 28 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना ( Pradhan Mantri Awaaz Yojana) के तहत बने पक्के फ्लैटों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई। वहीं बचे 69 परिवारों को भी इसी तरह पक्के मकान दिए जाएंगे। दरअसल 14 महीने से तो बार-बार कफ्र्यू और लॉकडाउन के चलते भी नगर निगम पुल के निर्माण के साथ बाधक मकानों को हटाने और परिवारों को शिफ्टिंग का काम नहीं कर पाया। वहीं नगर निगम की खस्ता हालत के चलते भी इस कार्य में देरी हुई।
अभी नगर निगम (municipal Corporation) की माली हालत भी खस्ता है, क्योंकि लगातार लॉकडाउन (Lockdown) के कारण व्यवसायिक और अन्य गतिविधियां ठप पड़ी हैं, जिसके चलते राजस्व बहुत कम मिल रहा है। सभी तरह के निर्माण कार्य बंद हैं, जिसके चलते भवन अनुज्ञा सहित अन्य अनुमतियां भी नहीं हो पा रही है और निगम के खुद के काम ठप पड़े हैं, क्योंकि ठेकेदारों को भी निगम पैसा नहीं दे पा रहा है, जिसके चलते कुलकर्णी भट्टा पुल (Kulkarni Bhatta Bridge) का निर्माण साढ़े 3 साल से अधूला पड़ा है, जबकि इस सामान्य पुल का निर्माण 6 महीने में ही आसानी से हो सकता था, जिसके कारण रहवासियों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी परेशानी उठाना पड़ रही है। दरअसल पहले ठेकेदार एजेंसी ने भी निर्माण बंद किया, क्योंकि निगम समय पर भुगतान नहीं कर पाया। उसके बाद 85 मकानोंकी बाधा सामने आ गई। लेकिन कोरोना-लॉकडाउन के चलते इनकी शिफ्टिंग भी नहीं हो सकी। 28 परिवारों को अब पहले चरण में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए फ्लेट आवंटित किए गए हैं और शेष 69 परिवारों के लिए जल्द यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बाधक मकानों को हटाने से पहले रहवासियों की सहमति ली जा रही है और बुड़ानिया में सुपर कॉरिडोर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए फ्लेट में इन परिवारों को शिफ्ट किया जाना है। 2 लाख रुपए इन फ्लैटों की कीमत है और अभी मात्र 20 हजार रुपए ही जमा करवाए जारहे हैं और शेष राशि किश्तों मेंली जाएगी। अभी 28 परिवारों को सहमति के बाद निरंजनपुर स्थित ट्रांजिट हाउस में शिफ्ट किया जाएगा और फिर फ्लैटों का निर्माण पूरा होने के बाद उन्हें वहां शिफ्ट कर देंगे। एप्रोच रोड सहित अन्य काम भी बाकी हैं, लेकिन कुछ मकानों को हटा देने से एक तरफ की सडक़ का निर्माण शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा ने बताया कि आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल के आदेशानुसार ज़ोन क्रमांक 17 के अंतर्गत कुलकर्णी भट्टा ब्रिज निर्माण में बाधक झुग्गी बस्ती के व्यवस्थापन हेतु लॉटरी पद्धति से प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत निर्मित गिरनार परिसर (बड़ा बांगड़दा बढ़ानिया) में आवास आबंटन की प्रक्रिया पूर्ण की गई एवं शेष बाधक जो कि ज़ोन क्रमांक 06 में आते है उनका विस्तृत सर्वेक्षण कर लॉटरी की प्रक्रिया से ही प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आवासों का आवंटन किया जाएगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री आवास योजना के अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री डीआर लोधी, सामाजिक विकास विशेषज्ञ संतोषी गुप्ता, पूर्व पार्षद राजकपूर सुनहरे व अन्य मौजूद थे।
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