नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स (Delhi capitals) के स्टार स्पिनर आर अश्विन (R Ashwin) ने बताया कि उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन बीच में क्यों छोड़ दिया था. अश्विन ने कहा कि उनके परिवार में लगभग सभी लोग कोरोना (Corona) महामारी की चपेट में आ गए थे, जिसके कारण मैं बिना सोए मैच खेल रहा था. और आखिर में मुझे टूर्नामेंट (Tournament) छोड़ने का फैसला लेना पड़ा.
अश्विन ने कहा, ‘ मेरी फैमिली के लगभग सभी लोग कोरोना के कारण प्रभावित हुए थे. मेरे कुछ चचेरे भाई भी भर्ती हुए और गंभीर थे. वे किसी तरह ठीक हो गए. मैं लगभग 8-9 दिनों तक सो नहीं सका. वह मेरे लिए वास्तव में तनावपूर्ण समय था. मैं बिना सोए मैच खेल रहा था. परिवार की टेंशन के बीच टूर्नामेंट खेलना मुश्किल था. मुझे आईपीएल (IPL) छोड़कर घर जाना पड़ा.’
अश्विन ने आगे कहा, ‘दरअसल, जब मैं गया था, उस समय मेरे मन में विचार आया था कि क्या मैं उसके बाद क्रिकेट खेल पाऊंगा या नहीं, लेकिन फिर भी मैंने वही किया जो उस वक्त जरूरी था.’ स्टार स्पिनर ने कहा कि मैंने सोचा था कि कुछ समय के लिए कोई क्रिकेट नहीं होगा. यहां तक कि आईपीएल भी टाल दिया गया. बीच में, जब मेरे घर के लोग ठीक होने लगे, तो मैंने आईपीएल में वापस आने के बारे में सोचा और तभी आईपीएल को रद्द कर दिया गया.
बता दें कि कई टीमों में कोरोना के मामले सामने आने के बाद आईपीएल को 4 मई को टाल दिया गया था. 19-20 सितंबर से टूर्नामेंट के फिर से शुरू होने की खबरें हैं. रिपोर्ट है कि आईपीएल-14 का दूसरा हिस्सा UAE में खेला जाएगा. लीग का फाइनल मैच 10 अक्टूबर को होने की चर्चा है.
अश्विन ने बताया क्या होता है बायो-बबल ब्रीच
दिल्ली कैपिटल्स (Delhi capitals) के इस स्पिनर ने कहा कि आप में से कई लोगों ने ‘बायो-बबल टूटा’ शब्द के बारे में सुना होगा. इसका मतलब यह नहीं है कि बाहर से किसी ने बायो बबल में प्रवेश किया है. यह एक वायरस है और हम अभी भी नहीं जानते कि यह कैसे प्रवेश करता है. यहां एक बायो-बबल ब्रीच का मतलब है कि एक वातावरण, जिसे बाहर के लोगों से दूरी बनाकर सुरक्षित बनाया जाता है. अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो उसे उलंघन कहते हैं. यही बायो-बबल ब्रीच है.
अश्विन इंग्लैंड जाने वाले 24 सदस्यीय भारतीय दल का हिस्सा हैं. वह टीम इंडिया के अन्य खिलाड़ियों के साथ मुंबई के होटल में क्वारनटीन हैं.
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