बरेली। यूपी(Uttar Pradesh) में पुलिस(Police) की बर्बरता का एक मामला सामने आया है। बरेली(Bareilly) के थाना बारादरी पुलिस पर एक महिला ने आरोप लगाया है कि मास्क न लगाने (No Wearing Mask) पर पुलिस ने उनके बेटे के हाथ पैरों में कीलें ठोक दीं. जब वह इस बात की शिकायत करने पुलिस थाने गईं तो उन्हें उल्टा धमकाया गया.
पीड़ित की मां जोगी (Jogi, the victim’s mother) ने आरोप लगाया कि तीन सिपाहियों ने उनके बेटे को मास्क न लगा होने पर उठा ले गए. जब चौकी पर गए तो जानकारी मिली कि बेटे को कहीं भेजा गया है. जब परिजनों ने बेटे की तलाश की तो उनको वह गंभीर अवस्था में मिला और उसके हाथ-पैरों में कीलें लगी हुईं थीं. वहीं, पुलिस(Police) ने इन आरोपों पर अपनी सफाई पेश की है.
पीड़ित की मां जोगी (Jogi, the victim’s mother) का आरोप है कि जब उन्होंने बेटे पर इस उत्पीड़न की शिकायत चौकी पुलिस में की तो किसी ने न सुनी. यही नहीं उल्टा महिला और पीड़ित को ही जेल भेजने की बात कहने लगे. इस बात से परेशान होकर पीड़ित की मां ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास गुहार लगाई है. पीड़ित की मां जोगी (Jogi, the victim’s mother) नवादा की रहने वाली हैं. बेटे की इस उत्पीड़न के बाद जोगी न्याय की गुहार लगा रही हैं. उनका कहना है कि मेरे बेटे को मास्क न लगाने पर उठा ले गए और उसके हाथ पैरों में कीलें गाड़ दीं. जोगी ने तीन सिपाहियों पर बेटे के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया है. एसएसपी रोहित सजवाण का कहना है कि युवक पुलिस का पुराना मुजरिम है. उसके ऊपर कई गंभीर धाराओं में अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं. उनका कहना है कि युवक इस सभी आरोपों से बचने के लिए पुलिस पर ऐसे आरोप लगा रहा है. पुलिस की जांच में ये पाया गया है कि युवक के पुलिस पर लगाए गए आरोप सरासर गलत हैं.