इंदौर। कोरोना काल (Corona period) में भी आयुष डॉक्टरों (AYUSH doctors) की हड़ताल जारी है। आज दूसरे दिन इन डॉक्टरों ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय (District Health Officer Office) एमटीएच कंपाउंड के बाहर भीख मांग कर प्रदर्शन किया। डॉक्टरों का कहना है कि हम साल भर काम कर रहे है, लेकिन हमें न समय पर सेलरी मिल रही है और नही हमें संविदा नियुक्ती देने का आश्वासन दिया जा रहा है। अब हमें कभी-भी नौकरी से निकालने का भी कहा जा रहा है। ऐसे में अब हमें भीख मांगने पर मजबूर किया जा रहा है। मंगलवार से जारी इस हड़ताल (Strike) के आज दूसरे दिन भी कई जगह आयुष डॉक्टर्स नहीं पहुंंचे, जिससे सैंपलिंग और टेस्टिंग सहित कोविड केयर सेंटर पर काम प्रभावित हुआ।
कोविड में पूरे साल काम किया, पॉजिटिव हुए तो सेलरी काट ली
आयुष चिकित्सकों का कहना है कि हमारे कई साथी, जो काम के दौरान संक्रमित हुए तो उसकी भी सैलरी काटी जा रही है। हमारे साथ यह भेदभाव किया जा रहा है। संघ के संभागीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश साधवानी और डॉ. वैशाली बतोसिया ने बताया कि प्रदेशभर में सैकड़ों आयुष चिकित्सकों को कोरोना की रोकथाम के लिए तीन माह के लिए संविदा नियुक्ति दी गई थी, पर हमें काम करते हुए एक वर्ष से ज्यादा समय हो चुका है। बावजूद इसके एलोपैथी डॉक्टर्स व स्टाफ को बेहद कम वेतन दिया जा रहा है।
व्यवस्थाएं गड़बड़ाई तो इंडेक्स से बुलाए डॉक्टर
देवी अहिल्या कोविड केयर सेंटर (Devi Ahilya Covid Care Center) पर व्यवस्थाएं बिगडऩे के बाद तुरंत इंडेक्स मेडिकल कॉलेज (Index Medical College) से 25 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को बुलाया गया है। सीएचएमओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि कई डॉक्टर और स्टाफ तो काम करने आना चाहता है, लेकिन हड़ताल कर रहे संगठन के लोग उन्हें आने से रोक रहे हैं। आज फीवर क्लिनिक पर भी हमने डॉक्टरों को भेज सैंपलिंग करवाई जा रही है। हड़ताली डॉक्टर आज संभागायुक्त व कलेक्टर से फिर मुलाकात करेंगे। लगभग 6 हजार आयुष डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ हड़ताल में शामिल है।
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