इंदौर। ट्रक कटिंग (Truck Cutting) कर लाखों के इंजेक्शन (Injection) चुराने वाले कंजर गिरोह के दो सदस्यों की अभी भी पुलिस को तलाश है। पूछताछ में पता चला है कि कंजर गिरोह के टारगेट पर दवाइयों और परचून के ट्रक होते हैं, जिसका डिस्पोजल आसानी से हो जाता है। बताते हैं कि यदि लॉकडाउन (Lockdown) नहीं होता तो ये लाखों के इंजेक्शन आगरा में बिक चुके होते। आगरा और धौलपुर में चोरी की दवाइयों का बड़ा मार्केट है।
किशनगंज पुलिस (Kishanganj Police) ने हाईवे पर आयशर गाड़ी से 43 लाख के इंजेक्शन (Injection) चुराने के मामले में देवास के कंजर गिरोह के दो सदस्यों रवि और गोलू को गिरफ्तार किया है, जबकि दो सदस्य सुकेश और धर्म अभी फरार हैं। पुलिस ने उनके घर से लाखों के इंजेक्शन बरामद कर लिए हैं। पूछताछ में पता चला है कि यदि लॉकडाउन (Lockdown) नहीं होता तो वे रात में ही आगरा या धौलपुर ले जाकर ये इंजेक्शन बेच देते। बताते हैं कि यहां चोरी की दवाइयों का बड़ा मार्केट है। वहीं आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे दवाइयों और परचून के ट्रकों को टारगेट करते हैं। ये दोनों सामान आसानी से बिक जाता है। देवास नाका में गोदामों पर काम करने वाले कुछ चौकीदारों से भी इनके संपर्क हैं, जो उनको बता देते हैं कि दवाइयां बाहर जा रही हैं। इस मामले में भी यह अंदेशा है कि वे देवास नाके से ही गाड़ी के पीछे लग गए थे। खजराना के तारिफ अली से खरीदी थी बलेनो- पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जिस बलेनो में वे इंजेक्शन लेकर गए थे यह गाड़ी उन्होंने तारिफ निवासी खजराना से तीन माह पहले ही खरीदी थी। हालांकि अभी गाड़ी किसके नाम है यह जांच की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में तारिफ को भी आरोपी बनाया है।
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