नई दिल्ली। चक्रवात यास (Cyclone Yaas) के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज (रविवार को) सुबह आपातकालीन बैठक बुलाई है। इसमें चक्रवात ‘यास’ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी, टेलीकॉम, पॉवर, सिविल एविएशन और अर्थ साइंसेस मंत्रालय के सचिव शामिल होंगे। इसके अलावा गृह मंत्री और अन्य मंत्री भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवातीय तूफान यास (Yaas) में बदलने की संभावना है। यास के 26 मई को पश्चिम बंगाल (West Bengal) और ओडिशा (Odisha) तट तक पहुंचने का अनुमान है। पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात ‘यास’ के मद्देनजर सभी एहतियाती कदम उठाए हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) हालात का जायजा लेने के लिए खुद कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगी। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
राज्य सचिवालय में अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री रवाना कर दी गई है। अधिकारियों को तटवर्ती और नदी क्षेत्रों के आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने को कहा गया है।
बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान ‘यास’ के संभावित खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने चार युद्धपोतों के अलावा कई विमानों को भी तैनात किया है। इस तूफान के 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों से टकराने की आशंका है। इस सप्ताह की शुरुआत में देश के पश्चिमी तट पर आए भीषण चक्रवात ‘ताउते’ के बाद भारतीय नौसेना ने बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाया था। चक्रवात के कारण महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक और गोवा में भारी तबाही हुई थी।
नौसेना ने कहा कि तूफान के संभावित खतरे से निपटने के लिए बाढ़ राहत और बचाव की आठ टीमों के अलावा गोताखोरों की चार टीमों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भेजा गया है। तूफान प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए नौसेना के विमानों को विशाखापट्टनम में आईएनएस पर तैनात किया गया है। जबकि चेन्नई के पास आईएनएस राजाली पर विमानों को तैयार रखा गया है। इनके जरिए राहत और बचाव अभियान चलाने के अलावा राहत सामग्री भी बांटी जाएगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved