रीवा। ब्लैक फंगस इंफेक्शन (Black fungus infection) का एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें कोविड-19 (COVID-19) के लक्षण नहीं थे और उसने स्टेरॉइड(Steroid) का इस्तेमाल भी नहीं किया था. बावजूद इसके वह ब्लैक फंगस इंफेक्शन(Black fungus infection) का शिकार हो गया है. पिछले 2 दिनों में 3 केस ऐसे आए हैं जिनमें कोविड(Covid) की केस हिस्ट्री नहीं है. श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा(Shyam Shah Medical College Rewa) के डॉक्टर इन मामलो में अध्ययन कर रहे हैं.
ब्लैक फंगस इंफेक्शन (Black fungus infection) के लिए चयनित मध्य प्रदेश के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में चौंकाने वाले ब्लैक फंगस के केस सामने आ रहे हैं. पिछले दिनों यहां 3 मरीजों की मौत हो चुकी है और 14 मरीजों का इलाज चल रहा है.
इसी दौरान ब्लैक फंगस इंफेक्शन वार्ड में एक ऐसा मरीज सामने आया है जिसमें कोविड पॉजिटिव के लक्षण नहीं थे और न ही उसे स्टेरॉयड इंजेक्शन लगे थे, बावजूद इसके उसमें फंगल इंफेक्शन के लक्षण मिले हैं. डॉक्टर इसकी एंजियोगाफ्री कर पता लगाने की कोशिश में हैं कि आखिर इसमें किन कारणों से इंफेक्शन हुआ है. ब्लैक फंगस घातक बीमारी साबित हो रही है. महंगा इलाज होने के बाद भी मौत का अनुपात फिफ्टी-फिफ्टी है. मेडिकल कॉलेज नेत्र और नाक-कान-गला विभाग के साथ अन्य चिकित्सकों की टीमें एकजुट होकर काम कर रही हैं. मेडिकल कॉलेज ने मिशन ब्लैक फंगस शुरू किया है. डॉक्टर मरीजो की स्कैनिंग करने के साथ ही इलाज सुनिश्चित कर रहे हैं. गौरतलब है कि श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा को प्रदेश के पांच हॉस्पिटल में शामिल किया गया गया है जहां ब्लैक फंगस का इलाज किया जा रहा है. हॉस्पिटल में रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली जिले के मरीज भर्ती हैं. अब तक रीवा से 1 और सतना के 2 मरीजों की मौत हुई है जबकि 14 मरीजों का इलाज चल रहा है.