मुंबई। चक्रवाती तूफान ताउते (Cyclone Tauktae) में फंसकर अरब सागर(Arabian Sea) में डूबे बार्ज P305 से लापता हुए 75 लोगों में से अबतक 26 लोगों की मौत की पुष्टि (26 people confirmed dead) हो चुकी है। इन शवों को अरब सागर से निकालकर तट पर लाया जा चुका है। ये शव मुंबई तट(Mumbai coast) से 50 से 60 नॉटिकल मील्स यानी 90 किमी से ज्यादा के क्षेत्र में तैरते हुए पाए गए। बार्ज P305 के 49 क्रू मेंबर्स अभी भी लापता हैं जबकि 186 लोगों को पहले ही बचा लिया गया है।
पहले यह जानकारी सामने आई थी कि बार्ज पर 273 लोग सवार थे, लेकिन ONGC जिसने बार्ज को तैनात किया था, ने बाद में बताया कि बार्ज पर 261 लोग ही सवार थे। अधिकारियों का कहना है कि लापता 49 लोगों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
रेस्क्यू मिशन में भारतीय नौसेना के पांच जहाज (Five ships of the Indian Navy in the Rescue Mission) लगाए गए हैं। इसके अलावा हेलिकॉप्टर्स और कोस्ट गार्ड्स की भी मदद ली जा रही है। डीजी शिपिंग के सूत्रों ने कहा कि P-305 के सभी क्रू ने लाइफ जैकेट्स पहन रखी थीं। जो लापता हैं, वह समुद्र में कहीं न कहीं उतरा रहे होंगे, इसकी उम्मीद बनी हुई है। जिन लोगों को रेक्स्यू किया गया, वह घंटों तक समुद्र में अपनी लाइफ जैकेट्स के सहारे उतराते रहे। रेस्क्यू में लगे लोगों को तेज हवाओं और काफी ऊंची लहरों का सामना करना पड़ रहा है। कुल चार वेसल्स (मुंबई तट के दो बार्ज, गुजरात के पीपाराव बंदरगाह से भटका एक बार्ज और एक ड्रिलशिप) के लिए बड़े पैमाने पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। यह चारों बॉम्बे हाई में ONGC के एक ऑफशोर प्लेटफॉर्म्स को दुरुस्त करने में लगे थे। मंगलवार की शाम तक समंदर में फंसे कुल 638 लोगों को बचा लिया गया था। उसके बाद भी लापता लोगों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। अब यह जानकारी सामने आ रही है कि लापता लोगों में से 26 के शव बरामद किए जा चुके हैं। चक्रवात ताउते सोमवार रात गुजरात तट पर टकराया जहां कई तेल और गैस प्रतिष्ठान हैं। तट से दूर जहां तेल और गैस उत्पादन क्षेत्र हैं वहीं तट पर दो बड़ी रिफाइनरी एवं कुछ बेहद व्यस्ततम बंदरगाह हैं। गुजरात में 1998 में आए चक्रवात जितनी तीव्रता के साथ आया यह तूफान बाद में कमजोर पड़ गया।