इंदौर की जानकारी पर मुख्यमंत्री को भी मिली शाबाशी
इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) मुख्यमंत्रियों के बाद जिला कलेक्टरों से भी चर्चा कर रहे हैं, जिसके चलते कल एक दर्जन जिलों के कलेक्टरों से चर्चा की गई। उनमें से 6 जिलों के कलेक्टरों को बोलने का मौका मिला। इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने सबसे अधिक 12 मिनट तक जिले में अपनाए गए कोरोना प्रबंधन (Corona Management) की जानकारी प्रधानमंत्री को दी, जिसमें जिला, ब्लाक, पंचायत और वार्ड स्तर पर बनी आपदा प्रबंधन कमेटियों के साथ अन्य जानकारी दी।
इंदौर कलेक्टर ने मुख्य रूप से जनभागीदारी के साथ माइक्रो कंटेन्मेंट झोन (Micro Containment Zone), होम आइसोलेशन, कोविड केयर सेंटर के साथ ही आईएमए के जरिए जो डॉक्टरों का कोर ग्रुप बनाया और उनसे समय-समय पर सलाह ली, उसकी जानकारी दी। दरअसल 6 जिला कलेक्टरों को ही प्रधानमंत्री के समक्ष वीडियो कान्फ्रेंस में बोलने का मौका मिला। उनमें बैंगलुरु, चंडीगढ़, पटना, देहरादून के कलेक्टरों ने जानकारी दी, लेकिन किसी ने राजनीतिक दलों और जनभागीदारी की बात नहीं की, लेकिन जब इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) का नम्बर आया तो उन्होंने 12 मिनट के अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री को जनभागीदारी की जानकारी दी, जो उन्हें सबसे अधिक पसंद भी आई। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मोदी ने जनभागीदारी के साथ माइक्रो कंटेन्मेंट झोन और ट्रेसिंग, टेस्टिंग पर जोर दिया था, जिसका पालन इंदौर कोरोना प्रबंधन में शुरू किया गया। यही कारण रहा कि इंदौर कलेक्टर की दी जानकारी के चलते प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) को भी शाबाशी दी।
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