भिंड। जिले में पुलिस (Police) ने एमजेएस कॉलेज (MJS College) के पास स्वतंत्र नगर से एक फर्जी जज (Fake judge) को गिरफ्तार किया है. दरअसल आरोपी अपने आप को जज बताता था और उसके पास से बरामद गाड़ी पर भी न्यायाधीश और घर की नेम प्लेट पर भी न्यायाधीश लिखा हुआ था. आरोपी की पहचान दीपक भदौरिया के रूप में हुई है जो कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज (Kannauj) के छिबरामऊ इलाके का रहने वाला है. आरोपी के पास से विजिटिंग कार्ड भी बरामद हुए हैं, जिन पर भी न्यायाधीश लिखा हुआ है.
घर वालों से भी झूठ बोला
आरोपी दीपक ने अपने घर वालों को भी धोखे में रखा और उन्हें भी बताया हुआ था कि वह जज है और फिलहाल भिंड जिले में पदस्थ है. आरोपी ने जबलपुर (Jabalpur) के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (Rani Durgavati University) से साल 2013 में लॉ की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद आरोपी सिविल जज की परीक्षा पास नहीं कर पाया. आरोपी ने बताया कि उसके पिता ने पढ़ाई पर काफी खर्च किया था. उसकी मां की भी तबीयत खराब रहती है. ऐसे में उनका दिल रखने के लिए उसने झूठ कह दिया कि उसका सिविल जज परीक्षा में सलेक्शन हो गया है. उस एक झूठ को छिपाने के लिए आरोपी लगातार झूठ बोलता रहा और इस तरह उसने जज की झूठी जिंदगी अपना ली. आरोपी की शादी भी हो चुकी है और उसने अपनी पत्नी को भी धोखे में रखा.
लोगों पर झाड़ता था रौब
आरोपी दीपक भदौरिया उत्तर प्रदेश में अपने घर पर लोगों को खुद को जज बताकर रौब झाड़ता था. आशंका जताई जा रही है कि आरोपी कई मामलों में भिंड और कन्नौज में केस रफा-दफा करने के नाम पर धोखाधड़ी भी कर चुका है. पुलिस इसकी जांच कर रही है.
अज्ञात नम्बर से मिली थी टिप
डीएसपी मोतीलाल कुशवाहा के मुताबिक़ एक अज्ञात नम्बर द्वारा उन्हें दीपक भदौरिया के बारे में टिप मिली थी. फोन करने वाले व्यक्ति ने बताया था कि वह भिंड में पोस्टिंग दिखाकर लोगों को डराता-धमकाता है. जिस पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी. हालांकि मामला जज से जुड़ा होने के चलते पुलिस ने सावधानी बरती और पहले भिंड में पदस्थ जजों की सूची मंगाई. साथ ही हाल के सालों में सिविल जज परीक्षा में पास करने वाले लोगों की लिस्ट भी चेक की. जब पुलिस को फर्जीवाड़े का यकीन हो गया तो उन्होंने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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