लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Global epidemic corona virus) से जहां आम लोग परेशान है तो वहीं कोरोना नियंत्रण के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। रोजगार करने लोग अपने गांव से शहरों में निवास कर रहे थे, लेकिन लखनऊ में लॉकडाउन (Lockdown in Lucknow)के दौरान घर वापस लौट रहे यात्री को ट्रेन से धक्का देने का मामला सामने आया है।
आरोप है कि 500 रुपये के चालान के विवाद के बाद टीटीई ने यात्री को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। जिसके बाद ट्रेन में मौजूद जीआरपी ने आरोपी टीटीई को गिरफ्तार कर आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि सिकंदराबाद में नौकरी करने वाले बसंत की लॉकडाउन में नौकरी चली गई थी! इस वजह से वह अपने चचेरे भाई व बहनोई गोविंद के साथ वापस घर जाने के लिए सिकंदराबाद गोरखपुर स्पेशल ट्रेन 02590 से घर वापस जाने के लिए निकला। इसी दौरान गोविंद का रिजर्वेशन D3 बोगी में था। वहीं बसंत, जल्दबाजी में टिकट नहीं ले पाया और जब ट्रेन लखनऊ के बादशाह नगर रेलवे स्टेशन के पास पहुंची तो वहां बोगी में मौजूद टीटीई जय नारायण यादव एक अन्य टीटीई के साथ चेकिंग के लिए पहुंचा। इस दौरान बसंत के पास टिकट ना होने से उससे पंद्रह सौ रुपये की चालान की बात कही। बसंत ने एक हजार रुपए दे दिए और कहा कि उसके पास और 500 नहीं है। इसी बात को लेकर टीटीई और बसंत के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि टीटीई ने बसंत की पिटाई कर दी और उसे चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। इस वजह से बसंत ट्रेन के नीचे आ गया और उसकी मौत हो गई। हालांकि इस दौरान नाराज यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन को रोक दिया और टीटीई की जमकर पिटाई भी की, इसी दौरान दूसरा टीटीई मौके से फरार हो गया। बाद में मौके पर जीआरपी पहुंची और मृतक बसंत के बहनोई गोविंद की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोपी टीटीई को गिरफ्तार कर आगे की जांच की जा रही है। वहीं सीओ जीआरपी चारबाग संजीव कुमार सिन्हा का कहना हे कि इस मामले में ट्रेन से आ रहे बसंत की गिरकर मौत हो गई है। जिसके बाद मृतक के रिश्तेदार गोविंद ने तहरीर दिया है और उसमें मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी टीटीई की स्टेशन पर यात्रियों द्वारा पिटाई भी हुई है जिससे वह काफी चोटिल हो गया है। उसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है, हालांकि इस दौरान टीटीई के परिजनों ने भी कुछ आरोप लगाए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। मामले की जांच चल रही है।