डेस्क। महिलाओं में पीरियड्स एक ऐसी प्रतिक्रिया है जो 12 साल की उम्र से शुरू होकर 50 साल की उम्र तक चलती है। यह हर महीने 3 से 7 दिनों के लिए होता है। हर लड़की को हर महीने पीरिएयड्स के दौरान होने वाली कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
मासिक धर्म के दौरान पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होने की पीड़ा से हर महिला गुजरती है। ऐसे में आज हम आपको पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं। आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि पीरियड्स डाइट (Periods Diet) में किशमिश, केसर और घी जैसी साधारण रसोई सामग्री की मदद से पीरियड्स के दर्द से निपटा जा सकता है।
किशमिश और केसर से करें दिन की शुरुआत : दो छोटे कटोरे लें। एक में काली किशमिश (4 या 5), और दूसरे में केसर (1-2) डालें। सुबह इनका सेवन करें। ये पीरियड क्रैम्प्स और ब्लोटिंग की समस्या के लिए सबसे हैं। ये कब्ज को कम करने और आयरन की कमी को पूरा करने में भी मदद कर सकता है।
महिलाएं लेती हैं पेनकिलर का सहारा : पीरियड्स में हर महिला को कई अलग तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याएं परेशान करती हैं। लेकिन सबसे सामान्य है समस्या है पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना। इससे राहत पाने के लिए महिलाएं पेनकिलर का सहारा लेती हैं। जिसका आगे जाकर उन्हें नुकसान पहुंच सकता है। तो जितना कम हो सके महिलाएं पेनकिलर न लें।
गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड : आप हॉट वॉटर बैग, हीटिंग पैड या फिर कांच की बोतल में गर्म पानी भरकर उससे पेट और कमर के निचले हिस्से की करीब 10-15 मिनट तक सिंकाई करें। गर्म पानी की सिंकाई, पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए ली जाने वाली दवाइयों की तरह ही काम करता है।
हींग का सेवन : अगर आप भी पीरियड्स के दौरान पेट दर्द और दूसरी समस्याओं से बहुत परेशान हो जाती हैं तो आपको हींग का सेवन करना चाहिए। ऐसा आपको पीरियड्स के दौरान नहीं करना है। बल्कि पूरे महीने करना है। ये एक आयुर्वेदिक तरीका है, जो आपके पेंडू (पेट के निचले हिस्से) की मांसपेशियों को मजबूत करने, उनमें लचक बढ़ाने और पीरियड्स के दौरान दर्द पैदा करने वाले कारणों को दूर करती है।
मेथी के बीज भी है फायदेमंद : आपके पीरियड के दिनों के लिए अच्छी हो सकती है। 12 घंटे पहले मेथी को पानी में भिगोना है, उसके बाद उसमें से मेथी को छान लें और उसका पानी पी लेना है।
ज्यादा पानी पिएं : पानी पीने से आपका शरीर हाइड्रेटेड रहता है। ब्लोटिंग से राहत पाने के लिए सबसे आसान तरीका है ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। इसके अलावा चाय या कॉफी का सेवन करना भी फायदेमंद होता है।
हरी सब्जियां खाएं : खाने में केले, हरी पत्तेदार साग और पालक का सेवन करें। इन चीजों में विटामिनस की भरपूर मात्रा होती है। ये चीजें आयरन के मुख्य स्त्रोत हैं।
इन दिक्कतों का करना पड़ता है सामना : सिडिटी – बदहजमी – कमर में दर्द – जांघों में दर्द होना – पिंडलियों में दर्द – सिरदर्द – ब्रेस्ट में भारीपन – वीकनेस कई महिलाओं को इतना ज्यादा दर्द होता है कि उनकी दिनचर्या बाधित हो जाती है।
हर महीने होने वाली यह ब्लीडिंग आपको कमजोर भी बना सकती है। अगर आपको लगता है कि आपके पीरियड्स (Periods) बहुत हैवी होते हैं तो शायद आप एनीमिया (Anemia) की शिकार हो सकती हैं। एनीमिया तब होता है जब रक्त में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कणिकाएं या हीमोग्लोबिन नहीं होता है। इस बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
( डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के तौर पर नहीं देखना चाहिए। यहां बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं। यहां दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।)
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