नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (Corona virus) की दूसरी लहर के बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इसके विकराल होने के कारणों पर प्रकाश डाला है. ICMR के प्रमुख ने कहा कि युवा शायद बाहर जाने लगे हैं, इसलिए वे ज्यादा प्रभावित होने लगे हैं. ICMR चीफ डॉ. बलराम भार्गव (Dr. Balaram Bhargava) ने कहा कि कोरोना (Corona virus) की पहली और दूसरी लहर के आंकड़ों की तुलना यह दिखाती है कि उम्र का ज्यादा अंतर नहीं है. उन्होंने कहा कि 40 साल से ज्यादा उम्र के लोग प्रतिकूल प्रभावों के लिहाज से ज्यादा संवेदनशील हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमने पाया है कि युवा लोग थोड़े ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं क्योंकि वे बाहर गए और देश में कोरोना वायरस (Corona virus) के कुछ पहले से मौजूद स्वरूप भी हैं, जो उन्हें प्रभावित कर रहे हैं. इसके अलावा देश में मौजूद सार्स-सीओवी-2 के कुछ स्वरूपों के वजह से भी ऐसा है.’
मालूम हो कि भारत कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की विकराल दूसरी लहर(Second Wave) का सामना कर रहा है. पिछले साल की तुलना में इस बार युवाओं की बड़ी संख्या में मौत हो रही है. संक्रमितों के आंकड़े बढ़ने की वजह से लोगों को अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और इंजेक्शनों की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है. उधर सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में कोरोना (Corona virus) के दैनिक मामलों और मौत के आंकड़ों में शुरुआती कमी देखी जा रही है. सरकार के मुताबिक महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश और तेलंगाना उन 18 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल हैं. जहां कोविड-19 संक्रमण के दैनिक मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पंजाब उन 16 राज्यों में शामिल हैं, जहां दैनिक मामलों में लगातार बढ़ोतरी अब भी नजर आ रही है. इस वजह से सरकार की चिंता बढ़ी हुई है और वह लोगों से लगातार कोरोना (Corona virus) प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील कर रही है.