18+ के युवा वैक्सीन लगवाने के लिए हो रहे हैं परेशान, घंटों मोबाइल और लैपटॉप पर बुकिंग के प्रयास
इन्दौर। 18 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए वैक्सीन लगवाना बड़ी चुनौती बन गया है। सरकार जैसे इस वर्ग के साथ कम्प्यूटर गेम खेल रही हो। घंटों मोबाइल (mobile) और लैपटॉप (laptop) पर बैठे रहने के बावजूद कोविड पोर्टल (Cowin portal) पर न तो स्लॉट बुकिंग (booking) होती है और न ही अन्य कोई जानकारी मिल पाती है। आज 30 शहरी और ग्रामीण टीकाकरण केन्द्रों पर 3 हजार वैक्सीन इस आयु वर्ग के लोगों को लगना है उसके लिए पहले मात्र 4 साइट की ही बुकिंग हुई। फिर रात 11 बजे पोर्टल (portal) खुल पाया और धड़ाधड़ आज के सारे स्लॉट बुक हो गए।
वैक्सीन (Vaccine) की कमी के कारण धीमी गति से अभियान चल रहा है। अगर यही रफ्तार रही तो सालों वैक्सीनेशन (Vaccination) में ही लग जाएंगे। 45 साल से अधिक उम्र वालों को तो फिर भी वैक्सीन लग रही है। आज भी 72 सेंटरों पर लगभग 15 हजार को वैक्सीन लगेगी, लेकिन सबसे ज्यादा फजीते 18 से 44 साल की उम्र वाले युवा वर्ग के हो रहे हैं, जो बड़ी संख्या में और तत्परता से वैक्सीन लगवाना चाहते हैं। इनके ऑनलाइन ही रजिस्ट्रेशन किए गए हैं। वहीं वैक्सीन (Vaccine) लगवाने के लिए भी स्लॉट बुकिंग की अनिवार्यता कर दी गई है, मगर एक दिन में उसकी संख्या भी कम ही है। शुरुआत के दो-तीन दिन में मात्र 100-100 वैक्सीन ही लगवाई। वहीं आज शनिवार और फिर सोमवार को 3-3 हजार को ही वैक्सीन लगेगी। इसमें दो हजार वैक्सीन शहरी क्षेत्र के 20 सेंटरों और 1 हजार वैक्सीन ग्रामीण क्षेत्र के 10 सेंटरों पर लगना है। एक दिन पहले स्लॉट बुकिंग होती है। कल शाम को बुकिंग खोली गई तो मात्र चार साइटों के लिए ही स्लॉट बुकिंग हो सकी। रात 11 बजे पोर्टल खुल सका और बचे सेंटरों के लिए भी धड़ाधड़ बुकिंग हो गई। इधर स्लॉट बुकिंग के लिए दिनभर मोबाइल से लेकर लैपटॉप पर प्रयास किए जाते हैं और चंद लोगों को ही स्लॉट बुकिंग का फायदा मिल पाता है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा के मुताबिक इस वर्ग को को-वैक्सीन लग रही है। फिलहाल सोमवार तक के लिए तो डोज उपलब्ध हैं।
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