नई दिल्ली। कोविड-19 (Covid19) की दूसरी लहर (Second Wave) का अर्थव्यवस्था (Economy) पर पहली लहर के मुकाबले हल्का असर पड़ेगा। वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने शुक्रवार को जारी अपनी मासिक रिपोर्ट (monthly report) में ये बात कही है। हालांकि, रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि संक्रमण की दूसरी लहर से वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में आर्थिक गतिविधियों में गिरावट का जोखिम पैदा हुआ है।
मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 के दूसरे चरण में आर्थिक गतिविधियों में सुधार से केंद्र सरकार की राजकोषीय स्थिति बेहतर हुई है। वहीं, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान शुद्ध डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (संशोधित अनुमान) की तुलना में 4.5 फीसदी और वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में 5 फीसदी ऊंचा रहा है। यह संक्रमण की पहली लहर के बाद से आर्थिक हालत में सुधार का संकेत देता है।
रिपोर्ट में ये कहा गया है कि माल एवं सेवाकर (GST) संग्रह में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गौरतलब है कि पिछले 6 महीनों से जीएसटी का मासिक संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। वहीं, अप्रैल में ये 1.41 लाख करोड़ रुपये था, जो एक रिकॉर्ड है। यह अर्थव्यवस्था में सुधार का संकेत है।
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