नई दिल्ली। देश (India) की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (Oil Marketing Companies) ने आज लगातार तीसरे दिन भी पेट्रोल और डीजल (Petrol and diesel) की कीमतों में बढ़ोतरी करने का सिलसिला जारी रखा। आज की बढ़ोतरी के बाद राजधानी दिल्ली (Delhi) में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 25 पैसे और डीजल की कीमत प्रति लीटर 30 पैसे बढ़ गई।
इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़ कर बढ़कर 90.99 रुपये के स्तर पर आ गई है। वहीं डीजल की कीमत बढ़कर प्रति लीटर 81.42 रुपये हो गई है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से की गई पेट्रोल और डीजल की कीमत में इस बढ़ोतरी के बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर (Shri Ganga Nagar) में इनकी कीमत सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है। आज श्रीगंगानगर में पेट्रोल प्रति लीटर 101.85 रुपये और डीजल 94.05 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है।
अगर देश के दूसरे राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमत की बात करें, तो मायानगरी मुंबई (Mumabi) में पेट्रोल 97.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.49 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं चेन्नई (Chennai) में पेट्रोल की कीमत 92.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.35 रुपये प्रति लीटर हो गई है। कोलकाता (Kolkata) में पेट्रोल की कीमत इस बढ़ोतरी के बाद 91.14 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 84.26 रुपये प्रति लीटर हो गई है। बेंगलुरु (Bengaluru) में पेट्रोल 94.01 रुपये प्रति लीटर और डीजल 86.31 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा है।
आपको बता दें कि इस साल अभी तक पेट्रोल की कीमत में 29 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। जबकि इसकी कीमत में सिर्फ चार बार कटौती की गई है। पेट्रोल और डीजल के मूल्य में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने जनवरी के महीने में 10 बार, फरवरी के महीने में 16 बार और मई के महीने में 3 बार बढ़ोतरी की है। वहीं मार्च के महीने में 3 बार और अप्रैल के महीने में एक बार इनके दाम में मामूली कटौती की गई है।
कीमत में हुई 29 बार की इस बढ़ोतरी और चार बार की कटौती के कारण राजधानी दिल्ली में इस साल पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 7.02 रुपये की और डीजल के मूल्य में 7.30 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस साल 1 जनवरी को पेट्रोल प्रति लीटर 83.97 रुपये के भाव पर बिक रहा था, जो आज 90.99 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है। इसी तरह डीजल 1 जनवरी को 74.12 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा था जो अब 7.30 रुपये प्रति लीटर की उछाल के साथ 81.42 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है।
माना जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी होने के बावजूद भारत में सियासी वजहों से मार्च और अप्रैल में पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी नहीं की गई। इस कारण ऑयल मार्केटिंग कंपनियों का संचित घाटा काफी बढ़ गया है। इस संचित घाटा को पूरा करने के लिए आने वाले दिनों में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमत में प्रति लीटर दो से तीन रुपये तक का इजाफा करना पड़ सकता है।
आपको बता दें कि इस साल फरवरी के महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत करीब 61 डॉलर प्रति बैरल थी, जो फिलहाल बढ़ कर 69 डॉलर प्रति बैरल हो चुकी है। तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और उसके सहयोगी देशों द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के निर्णय को जारी रखने की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में अभी और तेजी आने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल और तेज हुआ, तो इससे भारत में पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ताओं को भी ऊंचे दर पर पेट्रोल और डीजल खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
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