धीरे-धीरे ऑक्सीजन के साथ इंजेक्शन की सप्लाय बढऩे लगी… छोटे अस्पतालों के लिए अभी भी परेशानी
इंदौर। ऑक्सीजन (Oxygen) के साथ इंजेक्शनों की आपूर्ति में भी पहले की तुलना में फर्क पड़ा है और कल भी 29 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedisvir Injection) प्रदेश में बंटे, जिनमें 5 हजार से ज्यादा इंदौर को भी मिले। सरकारी अस्पतालों के लिए जहाज से ये इंजेक्शन (Injection) आए, वहीं शहर के छोटे-बड़े निजी 104 अस्पतालों को 409 इंजेक्शन मिले।
इंजेक्शन (Injection) बनाने वाली कम्पनियों ने भी प्रोडक्शन (production) बढ़ा दिया है और अगले कुछ दिनों में ही पर्याप्त इंजेक्शन मिलने लगेंगे। कल भी 29 हजार से अधिक इंजेक्शन (Injection) बांटे गए, जिनमें से 10 हजार सरकारी अस्पतालों के लिए, जिसमें से इंदौर को लगभग 1 हजार मिले, तो 19 हजार से ज्यादा निजी अस्पतालों (private hospital) को उपलब्ध कराए गए। इंदौर के 104 निजी अस्पतालों को 4096 इंजेक्शन बंटे हैं। हालांकि यह संख्या भी भर्ती मरीजों की तुलना में कम है। खासकर छोटे अस्पतालों को मात्र 1, 2 या 4 इंजेक्शन ही मिल सके। लिहाजा यहां भर्ती मरीजों के परिजनों को बाहर से ही इंजेक्शनों की जुगाड़ करना पड़ रही है। बड़े अस्पतालों में अवश्य पर्याप्त इंजेक्शन सीधे कम्पनियों से हासिल कर लिए। यानी 90 अस्पतालों को जहां 569 इंजेक्शन मिले, तो 14 बड़े अस्पतालों ने 3527 इंजेक्शन हासिल कर लिए। इसी तरह ऑक्सीजन (Oxygen) की सप्लाय भी बढ़ रही है। एयरलिफ्ट (airlift) के जरिए खाली टैंकरों को भेजा जा रहा है और कल प्रदेश में 684 मैट्रिक टन ऑक्सीजन (Oxygen) की उपलब्धता शासन द्वारा बताई गई है। इंदौर में भी 120 मैट्रिक टन से अधिक की आपूर्ति फिलहाल हो रही है, हालांकि मांग इससे ज्यादा है। बावजूद इसके ऑक्सीजन (Oxygen) की सप्लाय बहाल रखी जा रही है।
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