सिडनी। ऑस्ट्रेलिया (Australia) के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) को उस वक्त अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब एक महिला (Woman) मदद की गुहार लगाते हुए अचानक उनके पैरों में गिर गई। मॉरिसन रॉकहैम्प्टन के क्वींसलैंड शहर से एक न्यूज कांफ्रेंस खत्म करके जैसे ही बाहर निकले महिला उनके पैरों में गिर गई और मदद की गुहार लगाती रही। यह देखकर मॉरिसन तुरंत महिला के पास बैठे और उसकी पूरी बात सुनी।
Cameroon में परिवार के लिए मांगी मदद : हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, महिला ने पीएम मॉरिसन को बताया कि वो पहले कैमरून (Cameroon) में रहती थी, जहां नरसंहार चल रहा है। महिला ने रोते हुए मॉरिसन से कहा कि उसका आधा परिवार खत्म हो चुका है और यदि उन्होंने मदद नहीं की तो उसके परिवार के बचे सदस्यों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा। महिला हाथ जोड़कर बार-बार पीएम से मदद की गुहार लगाती रही।
Scott Morrison ने दिलाया मदद का भरोसा : महिला की बातें सुनने के बाद प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने उसे हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने महिला से कहा कि क्वींसलैंड लिबरल सीनेटर मिशेल लैंड्री (Michelle Landry) आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉक (Alex Hawke) के समक्ष यह मुद्दा उठाएंगी। कैमरून एक अफ्रीकी देश है और यहां की आबादी 26 मिलियन है। इस कैमरून में कई देशों से लोग रहते हैं, यहां कुल 24 भाषाएं बोली जाती हैं।
Conflicts में फंसा है कैमरून : यह पश्चिमी अफ्रीकी देश कई संघर्षों में फंसा हुआ है। सुदूर उत्तर में बोको हरम ने उत्पाद मचा रखा है। यहां हत्या, अपहरण की घटनाएं आम हैं। जबकि दक्षिण पश्चिम एंजेलोफोन संकट का सामना कर रहा है। कैमरून की आबादी के 20% लोग अंग्रेजी बोलते हैं, जो लंबे समय से खुद को हाशिये पर महसूस करते आए हैं और अपनी मांगों को लेकर उन्होंने हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। क्षेत्र के आम नागरिक कैमरून के सशस्त्र बलों और अलगाववादियों के बीच होने वाली गोलीबारी में उलझकर रह गए हैं।
सवालों में Security Forces : सशस्त्र बलों पर लोगों को प्रताड़ित करने और बेवजह उन्हें कैद करने के आरोप लगते रहे हैं। जनवरी 2020 में, सुरक्षा बलों ने उत्तर-पश्चिमी बाली में 50 घरों को नष्ट कर दिया। इस दौरान कई लोगों को मौत के घाट उतारा गया था। पिछले साल नरगुबह में एक अलगाववादी इलाके में 21 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने कैमरून सरकार से अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सम्मान करने का आह्वान किया था। 88 वर्षीय पॉल बिया (Paul Biya) कैमरन के राष्ट्रपति हैं। 2018 में, जब कैमरून के सैनिक महिलाओं और बच्चों को मारते हुए कैमरे में कैद हुए थे बिया सरकार ने वीडियो को फर्जी करार दिया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved