हिंदू धर्म में धार्मिक त्यौहारों का विशेष महत्व हर एक पर्व बड़े श्रद्वाभाव से मनाया जाता है । शीतलता और शक्ति की देवी मां शीतला को समर्पित शीतला अष्टमी व्रत (Sheetla Ashtami Vrat) आज यानि 4 मई 2021को मनाई जा रही है । मान्यता है कि इस दिन मांग की विधि पूर्वक (Lawfully) पूजा करने और व्रत रखने से मां शीतला प्रसन्न होती हैं। माता शीतला के व्रत से शरीर निरोगी (Healthy) होता है। स्किन से जुड़े रोग और चेचक जैसी बीमारियों से मां शीतला भक्तों की रक्षा करती हैं। माता शीतला (Mata Sheetla) की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों को कई तरह के संतापों से मुक्ति मिलती है।
मां शीतला की ऐसे करें पूजा :
माता शीतला की पूजा-अर्चना में स्वच्छता/पवित्रता का विशेष महत्व है। व्रत के दिन प्रात: उठकर स्नान करने के बाद तैयार होकर मां शीतला की पूजा (Worship) करना चाहिए। इसके साथ ही व्रत का संकल्प लेकर व्रत शुरू किया जाता है। व्रत के दौरान फलाहार किया जाता है। शाम को शीतला माता की पूजा-आरती (Puja aarti) के बाद व्रत का पारण किया जाता है और फिर व्रती प्रसाद गृहण करता है। इस दिन लोग पास के शीतला माता मंदिर में दर्शन, पूजा के लिए भी जाते हैं। लेकिन इस बार कोरोना (Corona) के कारण अधिकांश मंदिरों/धार्मिक स्थलों को बंद रखा गया है।
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