नई दिल्ली। भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने कोविड संकट ( Covid Crisis) के दौरान ’ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ Oxygen Express को बढ़ाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु-II लॉन्च (Operation Samudra Setu – II Launch) किया है। मिशन पर तैनात किये जाने वाले युद्धपोत लिक्विड ऑक्सीजन (Warship Liquid Oxygen) से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर और उससे जुड़े मेडिकल उपकरण (Cryogenic Container and associated medical equipment) की शिपमेंट का काम करेंगे।
इसी अभियान के तहत नौसेना (Navy) के दो जहाज बहरीन के मनामा बंदरगाह पहुंच चुके हैं जो ऑक्सीजन लेकर मुंबई लौटेंगे । आईएनएस जलाश्व को बैंकॉक INS Jalashwa to Bangkok और आईएनएस ऐरावत INS Airavat to Singapore को सिंगापुर तक इसी तरह के मिशन पर भेजा गया है।
नौसेना प्रवक्ता विवेक मधवाल ने बताया कि देश में ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा करने के लिए चल रहे राष्ट्रीय मिशन ’ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ को बढ़ाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु-II लॉन्च किया गया है। इस मिशन के तहत भारतीय नौसेना के युद्धपोतों को तरल ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर और संबंधित चिकित्सा उपकरणों को देश भर में लाने-ले जाने के लिए तैनात किया जायेगा। इसी क्रम में नौसेना के जहाज आईएनएस कोलकाता और आईएनएस तलवार 40 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन लेने के लिए बहरीन के मनामा बंदरगाह पहुंच चुके हैं जो ऑक्सीजन लेकर मुंबई लौटेंगे। इसी तरह आईएनएस जलाश्व को बैंकॉक और आईएनएस ऐरावत को सिंगापुर तक इसी तरह के मिशन पर भेजा गया है।
नौसेना प्रवक्ता ने बताया कि कोविड की पहली लहर के दौरान भी नौसेना ने पिछले साल ’वंदे भारत मिशन’ के हिस्से के रूप में ऑपरेशन समुद्र सेतु का शुभारंभ किया था। भारतीय नौसैनिक के जहाजों जलाश्व, ऐरावत, शार्दुल और मगर ने 55 दिनों के ऑपरेशन के दौरान 23 हजार किलोमीटर की दूरी तय की।
इस दौरान मालदीव से 2386, श्रीलंका से 686 और इस्लामिक गणराज्य ईरान से 920 नागरिकों को स्वदेश लाया गया था। ‘ऑपरेशन समुद्र सेतु’ विदेशों से 3,992 भारतीय नागरिकों को वापस लाने के बाद समाप्त कर दिया गया था। अब फिर जब कोविड की दूसरी लहर के दौरान देश को ऑक्सीजन की जरूरत है तो ऑपरेशन समुद्र सेतु-II लॉन्च किया गया है।एजेंसी
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