भारत में मिलने वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के साथ सबसे बड़ी समस्या ये है कि इसे एक बार में फुल चार्ज करके एक तय रेंज तक चलाया जा सकता है और बैटरी की चार्जिंग खत्म होने पर इसे एक बार फिर कुछ घंटों के लिए चार्ज करना पड़ता है। ऐसे में आप इमरजेंसी में स्कूटर का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए लगातार ऑटो सेक्टर(auto sector) की कंपनियां बैटरियों की क्षमता(Batteries Capacity) बढ़ाने की दिशा में काम कर रही हैं। हालांकि उससे पहले भी कुछ इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में बैटरी स्वैपिंग सिस्टम ऑफर किया जाने लगा है जिसकी मदद से आप आसानी से एक बार में लंबी दूरी तय कर सकते हैं।
जाने क्या है बैटरी स्वैपिंग
बैटरी स्वैपिंग सर्विस आजकल मार्केट में आने वाले नए इलेक्ट्रिक स्कूटर्स (Ola electric scooter) में ऑफर की जा रही है। जहां आज से कुछ साल पहले तक इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बैटरी को बाहर नहीं निकाला जा सकता था वहीं अब मार्केट में मिलने वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बैटरी को स्वैप किया जा सकता है जिसका मतलब है कि आप बैटरी खत्म होने पर इसे निकालकर इसकी जगह पर चार्ज बैटरी लगा सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में महज 3 से 4 मिनट का समय लगता है या यह उससे भी कम हो सकता है। इसका फायदा यह है कि अगर आपने एक चार्ज बैटरी अपने साथ रखी हुई है या अपने घर पर रखी हुई है तो आप तुरंत ही डिस्चार्ज बैटरी (Discharge battery) को बदलकर इसकी जगह पर चार्ज बैटरी लगा सकते हैं और सीधे तौर पर इससे आपके इलेक्ट्रिक स्कूटर की रेंज डबल हो जाती है।
इस अपकमिंग स्कूटर में मिलेगी बैटरी स्वैपिंग सर्विस
भारत (India) में जल्द लॉन्च होने वाले ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर (Ola electric scooter) में डिटैचेबल बैटरी (Detachable battery) का इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में आपको इसे बार-बार चार्जिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस स्कूटर की रेंज सिंगल चार्ज में तकरीबन 150 किलोमीटर हो सकती है। ऐसे में अगर आपके घर पर एक और चार्ज बैटरी रखी हुई है तो आप इसे डिस्चार्ज बैटरी से की जगह पर लगा देंगे तो इसकी रेंज दोगुनी हो जाएगी। इस प्रक्रिया में महज 5 मिनट का समय लगेगा। बैटरी स्वैपिंग की मदद से इस स्कूटर की रेंज डबल यानी तकरीबन 300 किलोमीटर की जा सकती
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