आग बुझाते-बुझाते याद आई सो रहे बंसी काका की
इंदौर। आज सुबह एक बिल्डिंग (Building) में बनी दुकानों में अचानक आग लग गई, जिससे 6 दुकानें (Shops)जल गई, जिनमें एक ढाबा भी शामिल था। ढाबे में सो रहे मालिक के भाई को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया उसकी जलकर मौत हो गई। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट ( Short Circuit) बताया जा रहा है।
फायर बिग्रेड (Fire Brigade) के एसआई आरसी पंडित ने बताया कि नवलखा ( Navlakha) से नेमावर रोड़ (Nemawar Road) की और जाने वाले रास्ते में खालसा बिल्डिंग (Building) है। जिसमें दवाई, चश्में, एव्हरफ्रेश, एक ऑफिस, लाइब्रेरी और ढाबा है। सुबह सात बजे नीचे की दुकान में अचानक आग की लपटें निकलना शुरु हुई, लपटों ने देखते ही देखते कुछ दुकानों को चपेट में ले लिया। इसके बाद सूचना के आधार पर दमकल की टीम मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने की मशक्कत की। आग पर तो काबू पा लिया, इसी बीच किसी ने कहा कि बंशी काका भी रात को ढाबे पर ही सोए थे। ढाबे पर जाकर देखा तो बंशी काका जला हुआ शव मिला। वे ढाबे के मालिक बिल्लू के भाई बताए जा रहे है। उनका पूरा नाम बंशी उर्फ बलजीत सलूजा था। आसपास के लोगों ने बताया कि वे अकसर ढाबे पर ही सोते थे। बाद में शव को पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया। करीब 6 टैंकर पानी की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है। बताया जा रहा है कि जहां आग लगी और सामने आरके अस्पताल और रिहायशी इलाका है। गनीमत रही कि समय पर आग पर काबू पा लिया नहीं तो और भी बड़ा हादसा हो सकता था। यह बात सामने आ रही है कि आगजनी की घटना में दुकानों में रखे सामान के साथ लाइब्रेरी कि किताबों सहित दफ्तर में रखे कम्प्यूटर और अन्य उपकरण भी जल गए।
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