रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर(Raipur) में राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. जहां पर अस्पताल ने महिला को मृत (Dead) बताकर उनके परिजनों को सौंप दिया, लेकिन जब रिश्तेदार महिला को मुक्तिधाम (Muktidham) लेकर पहुंचे तो वहां पता चला कि उनकी सांसें चल रही थीं. आनन-फानन में फिर से महिला को एंबुलेंस (Amulance) से आंबेडकर अस्पताल लाया गया, जहां पर महिला को गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में किया शिफ्ट गया है. हालांकि थोड़ी देर में महिला की मौत (Death)हो गई.
देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से फ्लाइट से यात्रा करने वालों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने नियम और भी ज्यादा सख्त कर दिए हैं. हवाई यात्रा के जरिये दूसरे राज्यों से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों को बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के एयरपोर्ट से बाहर नहीं आने दिया जाएगा. प्रदेश सरकार ने हवाई यात्रियों के लिए कोविड की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया गया है. सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह द्वारा जारी किए गए निर्देश के मुताबिक छत्तीसगढ़ राज्य में आने वाले सभी यात्रियों की 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव होना अनिवार्य होगा. रिपोर्ट के निगेटिव होने के बाद ही राज्य में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में एक मई से 18 साल से 45 साल तक के लोगों का कोविड टीकाकरण होना है. अब इस टीकाकरण को लेकर राज्य में अनिश्चितता कि स्थिति हो गई है. भारत बायोटेक ने ईमेल के माध्यम से लिखित में अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ को 25 लाख डोज को-वैक्सीन की आपूर्ति जुलाई 2021 के अंत तक करने का प्रयास करेंगे. अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक मई तक टीकों की उपलब्धि सुनिश्चित कराने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है. मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कोविड वैक्सीन की राज्य में सुलभ एवं पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग की है.