नई दिल्ली। देश में कोरोना की बेकाबू दूसरी लहर (Second Wave Of Covid-19) के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने बताया है कि अब तक वैक्सीन के 14.19 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं। मंत्रालय ने बताया है कि देश में इस वक्त एक लाख से अधिक एक्टिव केस वाले राज्य हैं-महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, गुजरात और तमिलनाडु।
वहीं एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है- हमें कोरोना के नए मामलों की संख्या में कमी लानी होगी और अस्पताल के संसाधनों का इस्तेमाल सही तरीके से करना होगा। ऑक्सीजन का तर्कपूर्ण और न्यायसंगत इस्तेमाल बेहद जरूरी है। वर्तमान में गैरजरूरी उहोपोह की स्थिति पैदा हो गई है।
भारत ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए विदेशों से भी टैंकर मंगवा रहा है
वहीं गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव ने बताया है कि भारत ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए विदेशों से भी टैंकर मंगवा रहा है। इन टैंकर्स का ट्रांसपोर्टेशन सबसे बड़ी चुनौती है। हम ऑक्सीजन टैंकर्स की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन की डोज देने की शुरुआत होगी
बता दें देश में कोरोना वैक्सीन प्रोग्राम के तीसरे चरण के तहत 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन की डोज देने की शुरुआत होगी। टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण से पहले कोरोना वैक्सीन की कीमत को लेकर हंगामा मचा हुआ है। कोरोना वैक्सीन पर नियंत्रण रखने के लिए केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों के लिए कई निर्देश जारी किए हैं। केंद्र ने राज्य सरकारों को बताया है कि कोरोना वैक्सीन उन्हीं प्राइवेट अस्पतालों को दी जाएगी, जो ऑनलाइन बुकिंग करेंगे।
कोरोना वैक्सीन को खराब होने से बचाने के लिए सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ अस्पताल पहुंचने वालों को वैक्सीन लगाने की छूट दे दी है। सरकार की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जाए और उसकी बर्बादी रोकी जा सके। कोरोना वैक्सीन के दाम को लेकर मचे हंगामे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने बताया कि खुले बाजार में कोरोना वैक्सीन की पहुंच मात्र 50 प्रतिशत होगी। डॉ। हर्षवर्धन ने कहा कि मांग और सप्लाई के हिसाब से वैक्सीन के दाम को कम किया जा सकता है।
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