जकार्ता। इंडोनेशिया (Indonesia) की गायब पनडुब्बी (Missing Submarine)की खोज में अब भारतीय नौसेना(Indian Navy) भी शामिल हो गई है। राहत और बचाव कार्य (Relief and Rescue Operations) के लिए नौसेना ने अपने डीप सबमर्जेन्स रेस्क्यू वीइकल (DSRV) को इंडोनेशिया(Indonesia) रवाना कर दिया है। दरअसल, इंडोनेशिया(Indonesia) के पास ऐसी कोई मशीनरी नहीं है, जिससे वह समुद्र में गायब हुई अपनी पनडुब्बी की खोजकर उसमें सवास नौसैनिकों को सुरक्षित बचा सके। इस काम में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के अलावा सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया की नौसेना भी शामिल हैं।
एक बार में 14 लोगों को बचा सकती है यह मशीन
DSRV के जरिए राहत और बचाव कार्य में जुटे लोग मुसीबत में फंसी पनडुब्बी की लाइव वीडियोज तक देख सकते हैं। इससे उन्हें वास्तविक स्थिति की समीक्षा करने और बचाव की योजना बनाने में सहायता मिलती है। यह वेसल एक बार में सैकड़ों मीटर अंदर सबमरीन में फंसे 14 लोगों को बचाने में सक्षम है। डीएसआरवी समुद्र में अधितकम 800 मीटर की गहराई तक ऑपरेट कर सकती है।
DSRV को एयरक्राफ्ट से किया जा सकता है ट्रांसपोर्ट
सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इन डीप सबमर्जेन्स रेस्क्यू वीइकल को ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के जरिए एक जगह से दूसरी जगह तक बहुत ही कम समय में तैनात किया जा सकता है। अगल-अलग देशों की DSRV की तकनीकी भी अलग होती हैं। रूस और अमेरिका के पास मौजूद DSRV की तकनीकी सबसे उन्नत मानी जाती है। इसमें साइड स्कैन सोनार लगे होते हैं जो पनडुब्बी के दोनों तरफ के एरिया को भी स्कैन कर सकते हैं।
लाइव मिसाइल फायर अभ्यास के एक दिन पहले हुई गायब
इंडोनेशियाई सेना प्रमुख हादी जाहजंतो ने कहा कि केआरआई नानग्गला 402 (KRI Nanggala 402) बुधवार को एक प्रशिक्षण अभियान में हिस्सा ले रही थी जब वह लापता हो गई। उन्होंने कहा कि माना जा रहा है पनडुब्बी बाली के उत्तर में करीब 96 किलोमीटर दूर पानी में गायब हुई। जाहजंतो ने कहा कि नौसेना ने इलाके में सर्वेक्षण जहाज समेत कई जहाजों को पनडुब्बी की तलाश में तैनात किया है।
इलेक्ट्रिक फेल होने से हादसा होने की आशंका
इंडोनेशियाई नौसेना ने बताया कि हो सकता है कि गोता लगाते समय इस पनडुब्बी का इलेक्ट्रिक सिस्टम बंद पड़ गया हो। इससे पनडुब्बी पर से चालक दल का नियंत्रण छूट जाता है। ऐसी स्थिति में पनडुब्बी में सवार लोग चाहकर भी उसे सतह पर नहीं ला सकते हैं। नौसेना ने बताया कि उन्हें आशंका है कि यह पनडुब्बी समुद्र में 600 से 700 मीटर की गहराई में डूब गई है। इस कारण इसका चालक दल कमांड सेंटर से संपर्क भी नहीं कर पा रहा है।
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