भोपाल। सीबीएसई (CBSE) की तरह मप्र बोर्ड (MP Board) की दसवीं की परीक्षा में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर सालाना परीक्षा (Exam) का रिजल्ट (Result) घोषित किया जा सकता है। स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) में इस विषय पर तेजी से काम चल रहा है। रिवीजन टेस्ट (Revision Test) और अर्धवार्षिक परीक्षा के नंबरों के आधार पर आंतरिक मूल्यांकन करके विद्यार्थियों को नंबर देने के फॉर्मूले पर विचार किया जा रहा है। संभवत: एक हफ्ते के भीतर दसवी परीक्षा निरस्त करने का फैसला (Result) लिया जा सकता है। सरकारी स्कूलों ने रिवीजन टेस्ट (Revision Test) और छमाही परीक्षा ली है। माशिम से संबद्ध निजी स्कूलों से यह जानकारी बुलाई जा रही है कि क्या उन्होंने अपने यहां छमाही परीक्षा और रिवीजन टेस्ट (Revision Test) लिए हैं या नहीं। अगले दो-तीन दिन में विभाग इस बारे में निर्णय ले सकता है। सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स (Society for Private School Directors) के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. आशीष चटर्जी (Ashish Chaturjee) का कहना है कि हमारे संगठन से 10,000 से ज्यादा स्कूल (School) जुड़े हैं, ज्यादातर ने अर्धवार्षिक परीक्षा (Exam) और टेस्ट (Test) लिए हैं। शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने कहा कि कोरोना संक्रमण (Corona infection) के चलते अभी रिजल्ट (Result) को लेकर मंथन कर रहे हैं। जल्द ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
9वीं-11वीं के लिए भी इसी आधार पर निर्णय
स्कूल शिक्षा विभाग ने एमपी बोर्ड की 9वीं एवं 11वीं की परीक्षा का आंतरिक मूल्यांकन रिवीजन टेस्ट और छमाही परीक्षा के आधार पर ही तय किया है। एक दिन पहले ही आयुक्त लोक शिक्षण ने इस बारे में आदेश भी जारी कर दिए हैं। शैक्षणिक विश्लेषक रमाकांत पांडे का कहना है कि प्रदेश में निजी और सरकारी मिलाकर 26,000 से ज्यादा हाई स्कूल हैं, इनमें 11 लाख से ज्यादा रेगुलर और प्राइवेट विद्यार्थी दसवीं की परीक्षा में शामिल होते हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved