कलेक्टर और डीआईजी ने दी सलाह… आने वाले कुछ दिन अधिक चुनौतीपूर्ण, लिहाजा सावधाी बहुत जरूरी
इंदौर। अभी शासन-प्रशासन ने 19 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) घोषित कर रखा है और सभी की जिज्ञासा यह है कि क्या यह आगे भी बढ़ाया जाएगा। दरअसल, जिस तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है और शहर में इलाज की व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पाई और बेड, ऑक्सीजन (Oxygen), इंजेक्शन के लिए मरीज भटक रहे हैं। लिहाजा कलेक्टर और डीआईजी ने सलाह दी है कि लोग अनावश्यक कार्य से बाहर ना निकलें। मास्क, कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन स्व अनुशासन से करें और 19 अप्रैल के बाद जनता या कोरोना कर्फ्यू को स्वेच्छा से ही लागू करे, क्योंकि आने वाले 10 से 15 दिन अभी चुनौतीपूर्ण ही हैं।
कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) और डीआईजी मनीष कपुरिया (DIG Manish Kapuria) ने प्रेस क्लब (Press Club) में मीडिया से खुलकर संवाद किया। शहर की वर्तमान स्थिति और आने वाले दिनों की तैयारियों की जानकारी कलेक्टर श्री सिंह ने रखी। उन्होंने ऑक्सीजन, इंजेक्शन, अस्पतालों में बेड की व्यवस्था से लेकर शासन-प्रशासन द्वारा किए जा रहे सभी प्रयासों की जानकारी दी और पत्रकारों के सवालों के जवाब भी दिए। दूसरी तरफ डीआईजी श्री कपुरिया ने कानून व्यवस्था से लेकर कोरोना प्रोटोकॉल लागू करवाने की बात कही और समाज के सभी वर्गों से सहयोग से ही इस महामारी पर नियंत्रण किया सकेगा। जनता से अपील की कि वे मास्क का सही उपयोग करें, घर से अनावश्यक ना निकले। कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) का पालन स्वअनुशासन से भी करें। अभी जनता से लेकर कारोबारियों के मन में एक सवाल यह भी आ रहा है कि क्या 19 अप्रैल के बाद कोरोना कर्फ्यू बढ़ेगा, क्योंकि लोगों को यह भी डर है कि जो वर्तमान में हालात हैं उसके चलते संभव है 30 अप्रैल तक ये प्रतिबंध बढ़ा दिए जाएं। इस संबंध में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के भी निर्देश हैं कि जनता खुद ही स्वअनुशासन का पालन करे और स्वेच्छा से जनता या कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) लगाए और यहां तक कि माइक्रो कंटेनमेंट झोन भी समाज के लोग ही तय करें। जिन एरिया, मोहल्लों, कालोनियों में अधिक संक्रमित लोग निकल रहे हैं, वहां के रहवासी खुद एकजुट होकर सख्ती शुरू करे। कलेक्टर ने यह अवश्यक कहा कि आने वाले 10-15 दिन चुनौतीपूर्ण है, लेकिन ऑक्सीजन के साथ-साथ इंजेक्शनों (Injection) की व्यवस्था तब तक बेहतर हो जाएगी, लिहाजा इलाज करने में आसानी होगी। अस्पतालों में ऑक्सीजन (Oxygen), आईसीयू बेड की अभी कमी है, लेकिन सामान्य बेड खाली हैं। पर्याप्त मात्रा में अगर इंजेक्शन मिल जाते हैं तो ऑक्सीजन से लेकर बेड की समस्या का भी काफी हद तक निराकरण हो सकेगा। राधास्वामी आश्रम में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटर की भी जानकारी कलेक्टर ने दी। कलेक्टर ने यह भी कहा कि वर्तमान में यहां इंदौर के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों और महाराष्ट्र तक के मरीज इलाज के लिये आ रहे हैं। सभी का इलाज करना हमारा दायित्व है। इसके मद्देनजर दबाव अस्पतालों में अधिक है। चुनौतियों बढ़ गई है। उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा रहा है।
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