भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल (Bhopal) में कोरोना वायरस (Corona Virus) से होने वाली मौतों के आंकड़े (Death Record) में बड़ा गड़बड़झाला सामने आया है. पिछले 5 दिनों के मौत के आंकड़ों ने सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं. सरकार के आंकड़े में कोविड-19(Covid-19) से होने वाली मौत बहुत कम बताई जा रही हैं जबकि राजधानी के विश्राम घाट और कब्रिस्तान से मिल रहे आंकड़े कोरोना की भयावह स्थिति को बता रहे हैं. पिछले 5 दिन यानि 8 अप्रैल से 12 अप्रैल के आंकड़े पर नजर डालें तो सरकारी आंकड़ों (Official data) के अनुसार कुल 11 कोरोना मरीज की मौतें हुई है लेकिन शहर के मुख्य विश्राम घाट और कब्रिस्तान के आंकड़ों पर नजर डालें तो इन 5 दिनों में 266 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) से किया गया है. सबसे ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में किया जा रहा है.
पहले सरकारी आंकड़ों को देखें तो 8 अप्रैल, 9 अप्रैल और 10 अप्रैल को कोरोना से एक-एक मरीज की मौत हुई है जबकि 11 अप्रैल को तीन, 12 अप्रैल को पांच मौत हुई हैं. इन 5 दिनों में सरकारी आंकड़ों के अनुसार कुल 11 लोगों की कोरोना से मौत हुई हैं. अब शहर के मुख्य विश्राम घाट भदभदा और सुभाष विश्राम घाट के साथ झदा कब्रिस्तान के आंकड़ों पर नजर डालें तो इन पिछले पांच दिनों में यहां पर अंतिम संस्कार के लिए कुल 426 शव पहुंचे. हैरत की बात है कि 426 शवों में से 266 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम क्रिया की गई. इस प्रोटोकॉल का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि शवों के साथ आने वाले परिजन विश्राम घाट प्रबंधन को कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी देते हैं. यह आंकड़ा सरकारी आंकड़ों को झूठा साबित कर रहा है. ये है पांच दिनों के आंकड़ें – 8 अप्रैल से 12 अप्रैल के बीच भदभदा विश्राम घाट पर सबसे ज्यादा 221 शव पहुंचे. 174 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया. -8 अप्रैल से 12 अप्रैल के बीच सुभाष विश्राम घाट पर 156 शव पहुंचे. 67 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया. -8 अप्रैल से 12 अप्रैल के बीच झदा कब्रस्तान में 49 शव पहुंचे. 25 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया.