भोपाल। कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। मध्य प्रदेश के कई इलाकों से इस तरह की जानकारी सामने आई है कि अस्पतालों में बेड नहीं है। जबकि इसे लेकर के सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि बिस्तरों की कोई कमी नहीं है, बशर्ते कि मरीज के परिजन अपनी इच्छा से अस्पताल की डिमांड ना करें।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है की 60 प्रतिशत बेड भरे हैं और 40 प्रतिशत खाली हैं। लेकिन जब लोग अपनी मर्जी के अस्पताल में इलाज करने के लिए कहेंगे तो यह संभव नहीं है। मध्य प्रदेश के अस्पतालों की स्थिति की बात करें तो निजी और सरकारी अस्पताल मिलाकर बेड की संख्या को करीब 25 हजार से बढ़ाकर 36 हजार किया जा रहा है। अभी एक्टिव मामलों की संख्या 35 हजार के करीब है, 60 प्रतिशत के करीब मरीज हैं। बाकी होम आइसोलेशन में हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “इस महीने के आखिर तक 1 लाख एक्टिव केस होने की आशंका है, जिसके बाद करीब 40 से 50 हजार बिस्तरों की जरूरत होगी। लेकिन हम बेड की कमी नहीं होने देंगे।”
मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 5,939 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 3,38,145 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 24 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में मृतकों की संख्या अब बढ़कर 4,184 हो गयी है। यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में रविवार को कोविड-19 के 919 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 793, ग्वालियर में 458, जबलपुर में 402 एवं उज्जैन में 218 नये मामले आये।
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