इंदौर। पुलिस के हाथ अभी चर्चित भूमाफियाओं के मोहरे ही आ रहे हैं। सुरेन्द्र संघवी, प्रतीक संघवी और दीपक मद्दा तो फरार ही हैं। अभी पुलिस ने अयोध्यापुरी की जमीन जो सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस ने खरीदी, उस मामले में भगोड़े पुष्पेन्द्र नीमा को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसे कल कोर्ट में पेश किया। उसका 5 दिन का रिमांड पुलिस को पूछताछ के लिए प्राप्त हो गया। संघवी ने जो 2005-06 में सिम्प्लेक्स कम्पनी खरीदी उसके डायरेक्टर के रूप में नीमा इन भूमाफियाओं से जुड़ गया, जिसका बाद में दीपक मद्दा ने भी खूब इस्तेमाल किया। अब पुलिसिया पूछताछ में मद्दा के राज नीमा भी उगलेगा।
पुलिस के हाथ जीतू सोनी के भाई हुकुम और भतीजे जिग्नेश तो चढ़े ही, वहीं संघवी का सहयोगी बताया जाने वाला पुष्पेन्द्र नीमा भी धराया, जो एफआईआर दर्ज होने के बाद से फरारी काट रहा था। इसका एक पुत्र राजस्थान में और दूसरा इंदौर में ही अपोलो डीबी सिटी में ओरेशिया-2 टॉवर के फ्लैट नं. 705 में रहता है। उसका नाम पर्व नीमा है, जिससे पुलिस ने दो-तीन दिन पहले भी पूछताछ की और उसी से पुष्पेन्द्र नीमा का सुराग मिला। एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी के मुताबिक नीमा से पूछताछ की जाएगी, ताकि संघवी, मद्दा से जुड़ी जानकारियों का खुलासा हो सके। सूत्रों का यह भी कहना है कि संघवी ने जो सिम्प्लेक्स कंपनी खरीदी थी उसमें नीमा कर्मचारी के साथ डायरेक्टर भी था, जिसका बाद में मद्दा ने मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया और मजदूर पंचायत, श्रीराम के अलावा हरियाणा गृह निर्माण में भी कुछ समय के लिए पदाधिकारी बनाया और जमीनों की अफरा-तफरी करवाई। हालांकि पुष्पेन्द्र नीमा बहुत बड़ा जमीनी खिलाड़ी नहीं है। जिस तरह इन चर्चित भूमाफियाओं ने अपने कर्मचारियों और ड्राइवर से लेकर नजदीकी रिश्तेदारों और परिचितों को संस्थाओं में पदाधिकारी बनाकर उनसे अवैध रजिस्ट्रियां करवाईं और पीडि़तों की जमीनें बेच खाईं, उसी तरह पुष्पेन्द्र नीमा भी इनका मोहरा मात्र ही है। मूल रूप से नृसिंह बाजार में रहने वाला नीमा जमीनों की कुछ दलाली भी करता रहा और मद्दा की बनाई फर्म गुडफेथ के दफ्तर में भी इसका आना-जाना लगा रहा। पिछले दिनों कलेक्टर मनीषसिंह ने जिन 18 भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाते हुए गृह निर्माण संस्थाओं के घोटालों की जांच शुरू की, उसमें संघवी-मद्दा के अलावा जो अन्य नाम शामिल रहे उसी में ये पुष्पेन्द्र नीमा भी आरोपी था, जो इंदौर से फरार हो गया था। जब इसके परिवार के लोगों को पुलिस ने थाने में बैठाया और पूछताछ की तो फिर इसकी लोकेशन पता लगी और फिर इसे धरदबोचा। दूसरी तरफ जेल में बंद जीतू सोनी के भी फरार भाई हुकुम सोनी और भतीजे जिग्नेश को तुकोगंज पुलिस ने रिमांड पर लिया है।
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