मुंबई। मुंबई के एंटीलिया केस(Antilia case) में नए नए खुलासे हो रहे है। एनआईए (NIA) सूत्रों के मुताबिक स्कॉर्पियो में जिलेटिन की जो छड़े (Gelatin sticks) थीं. उस जिलेटिन का राज़ खुल चुका है. जिलेटिन की ये छड़ें किसी और ने नहीं बल्कि खुद सचिन वाज़े (Sachin Vaze) ने खरीदी थी. अंदेशा है कि ये छड़ें नागपुर की सोलर इंडस्ट्रीज़ कंपनी(Solar Industries Company of Nagpur) ने बनाई थी. लेकिन इन छड़ों को वाज़े ने कब और कहां से खरीदा ये पता लगाया जा रहा है. जिलेटिन की छड़ों (Gelatin sticks) पर दर्ज नाम के आधार पर एनआईए कंपनी के लोगों से भी पूछताछ कर रही है. हालांकि इससे पहले नागपुर पुलिस भी कंपनी के लोगों से पूछताछ कर चुकी है.
अब तक की तफ्तीश में ये साफ हो चुका है कि जिलेटिन खरीदने और लाने वाला शख्स सचिन वाज़े ही था. एनआईए का कहना है कि आगे चलकर कोर्ट में सचिन वाज़े के खिलाफ ये अहम सबूत साबित होगा. इससे पहले एनआईए ने मंगलवार को एनआईए की स्पेशल कोर्ट से भी कहा था कि जिस मीटिंग में मनसुख हिरेन की मौत की योजना बनाई गई थी. उस मीटिंग में सचिन वाज़े और सज़ायाफ्ता सिपाही विनायक शिंदे भी मौजूद था. एनआईए ने दावा किया है कि इस बारे में उनके पास पुख्ता सबूत हैं. एनआईए ने अदालत को ये भी बताया कि मनसुख हिरेन के कत्ल की सारी कड़ियों को वो लगभग जोड़ चुकी है. एंटीलिया की साज़िश और मनसुख की मौत के पीछे का मकसद वो जल्द ही साफ कर देगी. इस बीच एनआईए ने सचिन वाज़े के नाम रजिस्टर्ड एक और लग्ज़री कार बरामद की है. इस ऑडी कार को 31 मार्च को वसई विरार इलाके से बरामद किया गया है. कुल मिलाकर इस केस में अबतक 8 कारें ज़ब्त हो चुकी हैं. एनआईए सूत्रों के मुताबिक इन सभी कारों का रिश्ता एंटीलिया साज़िश, मनसुख की मौत और सीधे सचिन वाज़े से है. उधर, तफ्तीश के दौरान एनआईए को उम्र कैद की सज़ा काट रहे और फरलो पर बाहर आए मुंबई पुलिस के बर्खास्त सिपाही विनायक शिंदे के घर से एक डायरी मिली है. इस डायरी में मुंबई के 3 दर्जन से ज़्यादा बियर बार, पब और रेस्त्रां के नाम और पते मिले हैं. साथ ही डायरी में मुंबई पुलिस के कई अधिकारी और कारोबारियों के भी नाम पते और मोबाइल नंबर मिले हैं. एनआईए सूत्रों के मुताबिक विनायक शिंदे सीधे तौर पर सचिन वाज़े के नाम पर पब, बार और रेस्त्रां से हर महीने वसूली किया करता था. एनआईए ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अकेले विनायक शिंदे सचिन वाज़े के लिए हर महीने कितने की वसूली किया करता था. मुंबई में 1600 से ज़्यादा बार, पब और रेस्त्रां हैं. अगर हर महीने इनमें से हर एक से 2 लाख रुपये की भी वसूली की जाए. तो महीने का 32 करोड़ रुपये बैठता है.