इंदौर। जल संसाधन विभाग (Water Resources Department) के जिस कर्मचारी को भंवरकुआं पुलिस (Bhanwarkuan Police) ने दो दिन पूर्व धोखाधड़ी (Fraud) के मामले में गिरफ्तार किया था, उसका एक और साथी कल रात देवास पुलिस (Dewas Police) के हत्थे चढ़ गया। खुद को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त बताने वाले रोहित बैरागी (Rohit Bairagi) का कहना है कि मैं ही नहीं, गिरोह में और भी लोग शामिल हैं।
कंसल्टेंसी (Consultancy) चलाने वाले इसमें शामिल हैं। अब पुलिस बैरागी की सम्पत्ति की भी जांच कर रही है, जिसे जब्त किया जाएगा। एसपी महेश जैन का कहना है कि बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले रोहित बैरागी के खिलाफ और भी कई शिकायतें भंवरकुआं पुलिस को मिली हैं, जिसकी जांच पुलिस कर रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि अब तक उसने कितना क्या-क्या खरीदा है और उसकी सम्पत्ति कहां-कहां है। उन सबकी जांच कर उन्हें जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि कल रात भंवरकुआं पुलिस (Bhanwarkuan Police) ने देवास के सिविल लाइन क्षेत्र में दबिश दी थी, जहां से रोहित का साथी हर्षल भटनागर हत्थे चढ़ गया। दरअसल असली लोग तो पर्दे के पीछे हैं। इनके पकड़े जाने पर कुछ और बड़ा खुलासा हो सकता है। हर्षल के बारे में उसका कहना है कि उसके साथ मिलकर कई लोगों को ठगा है। हर्षल उसके लिए ग्राहक खोजकर लाता था। थाना प्रभारी संतोष दूधी का कहना है कि पुलिस रोहित को लेकर कल भोपाल जाएगी, जहां उसने एमपी नगर में एक होटल में अपना कार्यालय बना रखा था। दूसरी ओर कल भी कुछ शिकायतकर्ता थाने पहुंचे थे, जिनसे पुलिस ने आवेदन लिए हैं।
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