खजराना मंदिर में ही काउंटर लगाकर बेचेंगे
इन्दौर। खजराना मंदिर (Khajrana Temple) में भक्तों द्वारा चढ़ाए गए हार और फूलों से अब गुलाल बनाया जा रहा है, जो होली (Holi) के पहले भक्तों को उपलब्ध होगा। एक संस्था द्वारा बनाया गया यह गुलाल खजराना मंदिर में ही काउंटर लगाकर बेचा जाएगा।
बाजार में केमिकल (Chemical) वाले गुलाल के अलावा हर्बल गुलाल (Herbal Gulal) और रंग भी उपलब्ध हैं, लेकिन उनकी कीमत ज्यादा होती है तो लोग केमिकल से बने गुलाल और रंगों से ही होली खेलते हैं। हालांकि इसमें त्वचा का नुकसान ज्यादा होता है। इंदौर के खजराना मंदिर में भक्तों द्वारा प्रतिदिन चढ़ाए जाने वाले हार एवं फूलों को सुखाकर गुलाल बनाया जा रहा है। पिछले कई दिनों से मंदिर में इसकी प्रक्रिया चल रही है। एक संस्था द्वारा बनाए जा रहे इस हर्बल गुलाल को मंदिर में ही काउंटर लगाकर बेचा जाएगा। संस्था के मनप्रीतसिंह (Manpreet Singh) ने बताया कि प्रतिदिन मिलने वाले फूल और हार को हमारी संस्था इक_ा करती है और सुखाती है। इसके बाद एक प्रक्रिया होती है, जिससे यह गुलाल बनाया जाता है। करीब 33 किलो फूल से एक किलो गुलाल बनता है। फिलहाल संस्था द्वारा गुलाब के फूलों से गुलाबी और गेंदे के फूलों से पीला गुलाल बनाया जा रहा है। बाजार के रेट को देखते हुए इसके दाम भी कम रखे गए हैं। उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) में भी यही संस्था हर्बल गुलाल बना रही है।
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